अफगानिस्तान में लड़कियों-शिक्षकों ने तालिबान से की मांग- फिर खोले जाएं स्कूल

काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद करीब दो महीने से लड़कियों के लिए स्कूल बंद हैं। अपने वादे के विपरीत तालिबान ने लड़कियों व महिलाओं के लिए प्रतिबंध बढ़ा दिए हैं जिनके खिलाफ अब देश में आवाज उटनी शुरू हो गई है। राजनीति में भागीदारी की मांग बाद अब लड़कियों और शिक्षकों ने तालिबान से गर्ल्ज स्कूल-कालेजों को फिर से खोलने का आग्रह  किया है। ये मांग तब उठी है जब देश के केवल तीन प्रांतों- बल्ख, कुंदुज़ और सर-ए-पुल- ने लड़कियों के लिए स्कूल फिर से खोले जा चुके हैं।

 

एक स्कूल की 12वीं कक्षा की छात्रा मदीना ने राजधानी काबुल और अन्य प्रांतों में भी स्कूल फिर से खुलने की कामना की है। उसने कहा कि “मैं कुछ प्रांतों में स्कूलों को फिर से खोलने के बारे में आशावादी हूं। हम चाहते हैं कि काबुल और अन्य प्रांतों में स्कूल खोले जाएं। चूंकि सर्दी आ रही है और मौसम ठंडा हो रहा है और पब्लिक स्कूलों में सुविधाएं बहुत सीमित हैं, इसलिए हम अध्ययन नहीं कर सकते।  एक स्कूली शिक्षक अशोकुल्ला ने कहा कि “लड़कियों को भी शिक्षा का अधिकार है और स्कूलों को तुरंत खोला जाना चाहिए। समाज का एक बड़ा वर्ग, जो कि महिलाएं हैं, प्रभावित नहीं होना चाहिए ।

 

इससे पहले सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि तालिबान ने अफगान महिलाओं और लड़कियों से किए गए सभी वादों को तोड़ दिया है। गुटेरेस ने कहा, “तालिबान द्वारा अफगान महिलाओं और लड़कियों से किए गए वादों को तोड़ते हुए देखकर मैं चिंतित हूं।” उन्होंने  तालिबान से अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के तहत अपने वादों को निभाने की अपील की।

Related Articles

Back to top button