हरियाणा के पूर्व CM का बोर्ड रिजल्ट अटका
86 साल के ओम प्रकाश चौटाला ने तिहाड़ जेल से 12वीं की परीक्षा दी, उर्दू चुनने की वजह से रिजल्ट रुका
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला का 12वीं कक्षा का रिजल्ट अटक गया है। हरियाणा ओपन बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन ने एक खामी के बाद उनका रिजल्ट रोक दिया। इसकी वजह है- 10वीं कक्षा में अंग्रेजी या हिंदी की जगह उर्दू विषय चुनकर पढ़ाई करना।
चौटाला ने 2013 से 2 जुलाई 2021 तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में सजा काटी। शिक्षक भर्ती घोटाले (JBT) में आरोप सिद्ध होने पर उन्हें यह सजा मिली थी। इस दौरान ही उन्होंने पढ़ाई करके 10वीं पास की।
ओपन स्कूल से दी थी 10वीं की परीक्षा
चौटाला ने 82 साल की उम्र में 2017 में NIOS (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल) से उर्दू, साइंस, सोशल स्टडीज और इंडियन कल्चर एंड हेरिटेज विषय में 53.40% अंक हासिल कर 10वीं पास की थी। गुरुवार को वे बेसब्री से अपने 12वीं के रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे। उन्हें 12वीं अच्छे नम्बरों से पास होने की उम्मीद थी, लेकिन बोर्ड ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
इस कारण फंसा रिजल्ट का पेंच
हरियाणा ओपन बोर्ड ऑफ स्कूल ने बताया कि चौटाला ने 10वीं में NIOS से परीक्षा दी थी। उन्होंने इंग्लिश या हिंदी का पेपर नहीं दिया था। इसकी जगह चौटाला ने उर्दू विषय लिया था। इस बार उन्होंने नेशनल ओपन की जगह हरियाणा ओपन से 12वीं की परीक्षा दी। हरियाणा बोर्ड के नियमों के मुताबिक राज्य बोर्ड से 12वीं पास करने के लिए स्टूडेंट का 10वीं में हिंदी या इंग्लिश विषय में पास होना जरूरी है, जो चौटाला ने नहीं किया है।
चौटाला के पास आगे क्या विकल्प?
हरियाणा बोर्ड से 12वीं पास करने के लिए चौटाला के पास दो रास्ते हैं। उन्हें दोनों में से एक विषय में 10वीं की परीक्षा पास करनी होगी या 12वीं की परीक्षा नेशनल ओपन बोर्ड से देने के लिए एक साल का इंतजार करना होगा।