देश में टीकाकरण बढ़ाने की पहल, आज से घर-घर जाकर लगेगी कोरोना वैक्सीन
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के खिलाफ बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान (Corona Vaccination) चलाया जा रहा है. देश में अब तक कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की 106 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी हैं. अब इस अभियान को रफ्तार देने के मकसद से केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर हर घर दस्तक अभियान चलाने जा रही है. इसकी शुरुआत 1 नवंबर से हो रही है. इसके तहत मेडिकल टीमें घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगाएंगी. अभियान के तहत उन लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी मेडिकल टीमों की होगी, जिन्होंने अब तक कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है या जो दूसरी डोज लगवाने नहीं पहुंचे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने पिछले दिनों कहा था कि खराब प्रदर्शन वाले जिलों में घर-घर जाकर कोविड-19 टीकाकरण के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि इसका उद्देश्य लोगों को घातक वायरस से बचाव के लिए पूर्ण टीकाकरण के लिए प्रेरित करना है. विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक राष्ट्रीय समीक्षा बैठक के दौरान मांडविया ने कहा था कि कोई भी जिला ऐसा नहीं रहना चाहिए जहां पूर्ण टीकाकरण नहीं हो.
उन्होंने कहा था कि हर घर दस्तक अभियान जल्द ही खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में लोगों को पूर्ण टीकाकरण के लिए उत्साहित करने और प्रेरित करने के लिए शुरू होगा. आइए, हम सभी पात्र लोगों को नवंबर 2021 के अंत तक कोविड-रोधी टीके की पहली खुराक देने का लक्ष्य रखें. ऐसे लगभग 48 जिलों की पहचान की गई है, जहां पात्र लाभार्थियों में से 50 फीसदी से भी कम लोगों ने पहली डोज ली है.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 3 नवंबर को 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा करेंगे. इस दौरान टीकाकरण को लेकर रणनीति पर बात की जाएगी. कहा जा रहा है कि पीएम मोदी 40 ऐसे जिलों के डीएम के साथ भी बैठक करेंगे, जहां कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बेहद सुस्त है. इनमें मणिपुर, झारखंड, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के जिले प्रमुख रूप से शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को रोम में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में कहा था कि भारत अगले साल के अंत तक कोविड-19 टीके की पांच अरब खुराक का उत्पादन करने के लिए तैयार है. उन्होंने यह टिप्पणी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत के योगदान को रेखांकित करते हुए की थी.