इंदौर : कांग्रेस विकास विरोधी, मैं काम करता हूं तो उनके पेट में दर्द होता है: शिवराज
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बनायी गयीं 4 हजार 120 किलो मीटर लंबी 12 हजार 960 ग्रामीण सडक़ों का वर्चुअल कार्यक्रम में लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस में जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास विरोधी है। वे स्वयं काम करते नहीं हैं और मैं करता हूं, तो उनके पेट में दर्द होता है। वे कहते हैं कि हर कहीं शिवराज नारियल फोड़ देता है। मैं केवल नारियल नहीं फोड़ता बल्कि सडक़, पुल-पुलिया, बांध का निर्माण करवाता हूं। जहां चाह होती है, वहां राह को निकलना ही पड़ता है। गांव के विकास और जनकल्याण के कामों को रुकने नहीं दूंगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के चुनाव अप्रभावित 33 जिलों में 1,359 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित 4,120 किमी लंबी 12,960 ग्रामीण सडक़ों का ई-लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे प्रिय ग्रामवासियों, आपको वचन देता हूँ, अगले तीन सालों में कोई भी गरीब नागरिक कच्चे मकान में नहीं रहेगा, सभी को पक्का मकान मिलेगा। कोविड-19 काल में भी हमने निर्माण कार्य जारी रखा और इतनी सडक़ें निर्मित की। इन सभी सडक़ों को मैं आप सभी ग्रामवासियों को समर्पित करता हूँ। जो गांव अभी छूट गए हैं, उन्हें भी सडक़ की सौगात दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो कोरोना का प्रकोप था। हमारी कर्मठता के चलते आज इसका संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है। हमें सावधानी बरतनी है। जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक मास्क ही वैक्सीन है। सावधानी में ही सुरक्षा है। कोरोना काल में गेहूँ का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ। हमने भी तैयारी की और 129 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जित कर पंजाब को पीछे छोड़ा और किसानों के खातों में 25 हजार करोड़ रुपये डाले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेत सडक़ योजना के माध्यम से हम खेतों तक सडक़ों को पहुंचायेंगे, ताकि किसान अपने खेतों से उपज बेचने के लिए आसानी से बाजार तक पहुंचा सके। ऐसे प्रयासों से किसानों की आय दोगुनी होगी। प्रवासी मज़दूर जो वापस आ रहे थे, उन्हें मनरेगा के अंतर्गत रोजगार दिया। स्किल्ड लेबर्स के लिए रोजगार_सेतु बनाया। करीब 37 लाख गरीबों को पात्रता पर्ची बाँट कर उन्हें राशन उपलब्ध कराया। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने कोरोना काल में गरीबों को नि:शुल्क अनाज प्रदाय की व्यवस्था करायी।
उन्होंने कहा कि चुनौती के इस समय हमारी सरकार ने भी गरीबों को एक रुपये किलो गेहूं, चावल और नमक देना प्रारम्भ कर दिया। जहां चाह होती है, वहां राह को निकलना ही पड़ता है। गांव के विकास और जनकल्याण के काम नहीं रुकेंगे। चुनौती कितनी भी बड़ी हो, हम उसके पार निकालकर प्रदेश को ले जायेंगे। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया तथा राज्यमंत्री रामखिलावन पटेल भी मौजूद रहे। मुख्यामंत्री ने लोकार्पण के दौरान कुछ जिलों के सरपंचों से संवाद भी किया।