Bharat की सौर ऊर्जा एजेंसी ने अदानी घोटाले के बाद निविदा नीति में बदलाव किया

Bharat सरकार की एक प्रमुख एजेंसी, जो नवीकरणीय ऊर्जा के प्रचार-प्रसार का कार्य करती है, ने भ्रष्टाचार की संभावना को कम करने के लिए अपनी पावर टेंडर जारी करने की नीति में बदलाव किया है।

Bharat सरकार की एक प्रमुख एजेंसी, जो नवीकरणीय ऊर्जा के प्रचार-प्रसार का कार्य करती है, ने भ्रष्टाचार की संभावना को कम करने के लिए अपनी पावर टेंडर जारी करने की नीति में बदलाव किया है। यह कदम अमेरिकी अधिकारियों द्वारा अदानी समूह के खिलाफ 2021-2022 के दौरान कुछ निविदाओं में रिश्वत लेने के आरोप लगाने के बाद उठाया गया है।

निविदा नीति में बदलाव: सौर ऊर्जा निगम Bharat (SECI) ने अपनी निविदा प्रक्रिया में संशोधन किया है, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की संभावना को कम किया जा सके। SECI का कार्य नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादकों और खरीदारों के बीच मध्यस्थता करना होता है, और इसी कारण से यह एजेंसी कई महत्वपूर्ण सौर ऊर्जा सौदों में शामिल रही है।

अदानी समूह और रिश्वत आरोप: अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि अदानी समूह और कुछ भारतीय राज्य सरकारों के बीच सौर ऊर्जा से जुड़े सौदों में रिश्वत दी गई थी। इन आरोपों के अनुसार, SECI इस सौदे में एक मध्यस्थ के रूप में कार्य कर रही थी, और आरोप है कि इस प्रक्रिया के दौरान कुछ अज्ञात अधिकारियों को रिश्वत दी गई। यह विवाद 2021-2022 के दौरान हुआ था।

SECI का नया कदम: कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, निविदा प्रक्रिया में इस बदलाव का उद्देश्य पारदर्शिता बढ़ाना और भ्रष्टाचार के मामलों से बचना है। नए दिशानिर्देशों के तहत, अब टेंडर प्रक्रिया में अधिक निगरानी और निरीक्षण होगा। SECI ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी सौदे सही तरीके से किए जाएं, और किसी भी प्रकार की अनियमितता से बचने के लिए विभिन्न स्तरों पर जांच और निगरानी बढ़ा दी है।

भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख: SECI के इस कदम से यह संकेत मिलता है कि भारतीय सरकारी एजेंसियां अब भ्रष्टाचार और रिश्वत के मामलों को लेकर ज्यादा संवेदनशील हो गई हैं। यह भी दिखाता है कि केंद्र सरकार नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाने के लिए संजीदा है।

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव: Bharat का सौर ऊर्जा क्षेत्र दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते हुए क्षेत्रों में से एक है। इस क्षेत्र में विश्वास और पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक है ताकि विदेशी निवेशकों का विश्वास बना रहे और भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती मिले। इस कदम से भारतीय सरकार को विश्व स्तर पर अपने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की छवि सुधारने में मदद मिलेगी।

Bharat

Delhi Court ने उमर ख़ालिद को दिल्ली दंगों के बड़े साजिश मामले में अंतरिम जमानत दी

Bharat अदानी घोटाले के आरोपों के बाद SECI द्वारा उठाए गए कदम भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में सौर ऊर्जा की निविदाएं भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से मुक्त हों, और निवेशकों का विश्वास बनाए रखे।

Related Articles

Back to top button