पीछे छूट गए कश्मीर और स्विट्ज़रलैंड, अब उत्तराखंड में बिखरेगी ट्यूलिप की खुशबू
चेतन कुमार
उत्तराखंड : ट्यूलिप के रंग-बिरंगे फूल भला किसका मन नहीं मोहते। यूं तो ट्यूलिप के गार्डन (Tulip Garden) देखने हों तो लोगों को विदेशों का रुख करना पड़ता है और अपने ही देश में ये हसरत पूरी करनी हो तो केवल कश्मीर ही एकमात्र ऑप्शन है, पर जल्द ही उत्तराखंड (Uttarakhand) में भी में ट्यूलिप गार्डन बनने वाला है | केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को प्रदेश का पहला टयूलिप गार्डन चित्तौड़गढ़ जिले में विकसित करने के लिए मंजूरी दे दी है। प्रस्तावित टयूलिप गार्डन चंडक पर्वतीय शिखर के पास 50 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि पर ओएनजीसी द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत विकसित किया जाएगा । यह जम्मू कश्मीर (Jammu & kashmir) में श्रीनगर के बाद देश का दूसरा टयूलिप गार्डन होगा और इसका आकार श्रीनगर (Srinagar) के गार्डन से भी बड़ा होने वाला है।
इसका मतलब ये है कि अब ट्यूलिप गार्डन देखने के लिए लोगों को स्विटजरलैंड-कश्मीर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। देश का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 50 हेक्टेयर जमीन पर तैयार होगा, जिस पर करीब 50 करोड़ का खर्चा आएगा। उत्तराखंड में ट्यूलिप गार्डन होगा तो देश-विदेश के पर्यटक यहां खिंचे चले आएंगे। इससे पर्यटन को पंख लगेंगे, साथ ही रोजगार के नए मौके भी मिलेंगे।
मुख्यमंत्री का दावा उत्तराखंड का ट्यूलिप गार्डन होगा ज्यादा बड़ा और खूबसूरत
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra singh rawat) ने दावा किया कि पिथौरागढ़ में बनने वाला ट्यूलिप गार्डन कश्मीर के मुकाबले ज्यादा बड़ा और खूबसूरत होगा। कश्मीर में ट्यूलिप गार्डन केवल एक हेक्टेयर जमीन के टुकड़े पर बना है। जब ये 1 हेक्टेयर वाला गार्डन ही लाखों पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करने में कामयाब रहा है, तो सोचिए 50 हेक्टेयर में बना गार्डन कितना विशाल और आकर्षक होगा। इसे देखने के लिए लाखों लोग उत्तराखंड आएंगे। खास बात ये है कि इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट ट्यूलिप गार्डन
ये प्रोजेक्ट सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट है। सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर 13 जिलों में 13 टूरिस्ट डेस्टिनेशन डेवलप किए जाने हैं। इसी प्रयास के तहत पिथौरागढ़ में ट्यूलिप गार्डन बनाया जाना है। सीएम ने कहा कि ये प्रदेश के पर्यटन विकास में मील का पत्थर साबित होगा। ट्यूलिप गार्डन जल्द ही अस्तित्व में आएगा, इसके लिए प्रदेश सरकार तेजी से काम कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने इस गार्डन के बनने पर कहा था कि ‘13 डिस्ट्रिक-13 डेस्टिनेशन’ के तहत मोस्टमानू में ट्यूलिप गार्डन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में अब तक सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन जम्मू-कश्मीर में है और एक हेक्टेयर के इस गार्डन में सिर्फ दो माह ही फूल खिलते हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। अब इसका असर भी दिखना शुरू हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में चारधाम और बाकी जगहों पर भी पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी।
https://www.youtube.com/watch?v=SHDVUQQlZW4