भारत का चंद्रयान-3 भरेगा उड़ान, काउंटडाउन शुरू!
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अपने ड्रीम प्रोजेक्ट चंद्रयान-3 को लॉन्च करने जा रहा है। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से शुक्रवार दोपहर 2:35 बजे चंद्रयान-3 पृथ्वी से चंद्रमा की तरफ उड़ान भरेगा।
करीब 40 से 50 दिन की यात्रा करने के बाद चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेंगे। बता दें काउंटडाउन शुरू होने से पहले पांच वैज्ञानिकों की टीम ने मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की जिसका वीडियो भी शेयर किया।
किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण ISRO का चंद्रयान-2 मिशन सफल नहीं हो सका था। लेकिन इस बार ISRO चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर भारत हौसले, भरोसे और उम्मीद से भरा है।
आज दुनियाभर के देशों की निगाहें भारत के इस स्पेस मिशन पर रहेंगी। सतीश धवन स्पेस सेंटर में लॉन्च व्यू गैलरी से लाइव लॉन्च देखने के लिए स्पेस एजेंसी ने रजिस्ट्रेशन सिस्टम रखा था, जो कि अब बंद हो चुका है। जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा रखा है, वे इस सुविधा का लाभ ले पाएंगे। जिन्होंने नहीं करा रखा, उनके लिए भी चिंता की बात नहीं। और भी कई विकल्प हैं। ISRO की ऑफिशियल वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर चंद्रयान-3 की लाइव लॉन्चिंग दिखाई जाएगी।
चंद्रयान-3 की खास बातें
चंद्रयान-3 भारत का तीसरा चंद्र मिशन है। इसरो का दूसरा चंद्र मिशन चंद्रयान-2 2019 में उतरने का प्रयास करते समय विफल हो गया था। हालांकि, पिछली इस बार इससे बचन के लिए इसरो ने अपकमिंग मिशन के लिए कई अहम बदलाव किए हैं।
चंद्रयान-3 में तीन बड़े कंपोनेंनट में एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रोपल्शन मॉडल शामिल है। यह चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर का यूज करेगा, जो अभी भी चंद्रमा के वातावरण में है। इस मिशन का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर कुछ वैज्ञानिक माप लेना है।
च्रंदयान की सफलता के लिए इसे कई टेस्ट से होकर गुजारा गया है। ताकि इस बार किसी भी तरह की कोई चूक न हो।
Chandrayaan-3 का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसे LMV 3 रॉकेट लेकर जाएगा। बता दें कि चंद्रयान के रोवर और लैंडर के नाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पहले की तरह चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम ‘विक्रम’ और रोवर का नाम ‘प्रज्ञान’ ही रहेगा।