भारतीय शेयर बाजार रिकॉर्ड हाई पर, जानिए अगले हफ्ते कैसी रह सकती है इसकी चाल
मुंबई . भारतीय शेयर बाजार इस समय रिकॉर्ड हाई पर ट्रेड कर रहे हैं. पिछले हफ्ते बाजार में 2% की तेजी देखने को मिली. बाजार में लगातार दूसरे हफ्ते तेजी देखने को मिली थी. अच्छे संकेतों के दम पर बाजार नया रिकॉर्ड हाई बनाता दिखा. गुरुवार को खत्म हुए हफ्ते में सेसेंक्स 1,246.89 अंक यानी 2.07 फीसदी की बढ़त की बढ़त के साथ 61,305.95 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 443.3 अंक यानी 2.47 फीसदी की बढ़त के साथ 18,338.5 के स्तर पर बंद हुआ.
छोटे -मझोले शेयरों में भी अच्छी तेजी देखने को मिली जिसके चलते बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी क्रमश: 3.3 और 2 फीसदी की तेजी देखने को मिली. स्मॉलकैप के 60 से ज्यादा ऐसे स्टॉक रहे जिसमें 10-39 फीसदी की बढ़त देखने को मिली. इनमें orosil Renewables, GOCL Corporation, MSTC, Maharashtra Seamless, Network 18 Media & Investments, Inox Wind, Borosil, Swelect Energy Systems और Neuland Laboratories के नाम शामिल हैं.
वहीं दूसरी तरफ SREI Infrastructure Finance, Chambal Fertilisers and Chemicals, Nureca, Bajaj Hindusthan Sugar, Shriram EPC, Nazara Technologies and BLS International Service में 10-18 फीसदी की गिरावट देखने को मिली.
आगे कैसी रहेग बाजार की चाल
LKP Securities के रोहित सिंगरे का कहना है कि निफ्टी के लिए 18250 और उसके बाद 18,170 के स्तर पर सपोर्ट नजर आ रहा है. किसी गिरावट में इस जोन के आसपास मिलने पर निफ्टी में नए लॉन्ग पोजिशन की सलाह होगी. इसके लिए हमारा टार्गेट 18500 का होना चाहिए. निफ्टी के लिए 18,400-18,500 के जोन में इमीडिएट रजिस्टेंस नजर आ रहा है. इन स्तरों के आसपास मुनाफा वसूली कर लें.
निफ्टी में 18500 का लेवल देखने को मिल सकता है
Hem Securities के मोहित निगम का कहना है कि 18200 के ऊपर मजबूती के साथ टिके रहने के बाद टेक्निकल फ्रंट पर निफ्टी के लिए मजबूती के संकेत बने हुए है. निफ्टी मे आने वाले कारोबारी सत्रों में 18500 का लेवल देखने को मिल सकता है. निफ्टी के लिए इमीडिएट सपोर्ट 18200 पर नजर आ रहा है.
एफपीआई
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) अक्टूबर में अबतक भारतीय पूंजी बाजारों में शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं. इससे पिछले दो माह के दौरान एफपीआई ने भारतीय बाजारों में निवेश किया था. विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये में गिरावट तथा वैश्विक कारकों की वजह से एफपीआई बिकवाली कर रहे हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, चालू महीने में विदेशी निवेशकों ने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों से शुद्ध रूप से 1,472 करोड़ रुपये की निकासी की है.