-28 डिग्री में जवान सियाचिन में कैसे कर रहे हैं तैनाती
दिल्ली में जहाँ 1.4 डिग्री तापमान दर्ज हुआ और लोग ठंड से थर्राते दिखे वहीँ सियाचिन बॉर्डर पर ये तापमान -26 तक दर्ज हुआ | इस कड़कती ठंड में बॉर्डर पर तैनात जवानो को न्यूज़ नशा की टीम की तरफ से सलाम।
हाल ही में विवादों में घिरे बिपिन रावत ने विवाद से हटकर सियाचिन के जवानो को याद किया और कहा की हम यहाँ कोट जैकेट में फिर भी सुरक्षित हैं लेकिन बॉर्डर में जवान इस हाल में कैसे मौसम की मार झेल रहा होगा | सर्दियों में जवानो के लिए बॉर्डर पर दो तरफ़ा लड़ाई होती है | एक दुश्मन और दूसरी कड़कड़ाती ठंड ।
बता दें कि 19 जनवरी 2019 सर्दी में भी सियाचिन में 7 जवानो की मौत हुई थी | यही नहीं नवंबर में भी सियाचिन में 4 जवान और 2 सिविलियन की मौत हो गई थी |
सियाचिन में आए दिन हिमस्खलन होता रहता है जिससे हर साल कई जवानों की जान जाती है | आपको बता दें कि सियाचिन में 1984 से लेकर अब तक लगभग 900 से ज्यादा सोल्जर बिना किसी युद्ध के शहीद हो चुके हैं |
वहीँ रिपोर्ट्स के अनुसार भारत से हर दिन 5 करोड़ रुपए सियाचिन में मौजूद सैनिकों की सुरक्षा के लिए खर्च किए जाते हैं | यहां मौसम इतना खराब रहता है कि सिर्फ गन शॉट फायर करने या मेटल का कुछ भी छूने से ठंड से उंगलियां अकड़ सकती हैं | यहाँ पर ज्यादा दिन रहने पर सुनने में और देखने में दिक्कत आती है |