भारतीय किसान यूनियन ने सरकार को दी चेतावनी, अगर मांग पूरी नही होगी तो और उग्र होगा धरना प्रदर्शन…..
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान बिल के विरोध में भारतीय किसान यूनियन द्वारा किया गया धरना प्रदर्शन। भारतीय किसान यूनियन ने राष्ट्रपति को संबोधित, ज्ञापन जिला अधिकारी को सौंपा और भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने कहा कि जरूरत पड़ी तो हम लोग आंदोलन को और भी उग्र करेंगे लेकिन इस स्थिति में इस विधेयक को स्वीकार नहीं करेंगे।
आपको बता दें कि यह पूरा मामला जनपद बांदा का है जहां आज भारतीय किसान यूनियन द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया एवं इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान बिल का विरोध भी किया गया है।
किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह बिल पूर्ण रूप से किसान विरोधी है। इस बिल के माध्यम से केंद्र में बैठी भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों को उनके खेतों पर मजदूरी करने के लिए विवश कर देगी जो किसान आज अपने खेत का मालिक है वो इस बिल के आज आने के बाद बड़ी कंपनी एवं कारपोरेट घरानों का मजदूर बनकर रह जाएगा। सरकार चाहती है कि किसान अपने खेतों पर मजदूरी करने के लिए विवश हो जाए जिसको किसान यूनियन कतई स्वीकार नहीं करेगा। इसके लिए जरूरत पड़ी तो किसान यूनियन आंदोलन को और भी उग्र करते हुए चक्का जाम करेगा, ट्रेन रोकेगा और अगर इस पर भी बात नहीं बनी तो देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद का भी घेराव करेगा लेकिन अपने खेतों को अपने हाथ से नहीं जाने देगा किसान यूनियन। इस धरना प्रदर्शन में कांग्रेस पार्टी द्वारा भी उनका सहयोग करने की बात कही गई है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी किसान यूनियन के इस धरना प्रदर्शन में अपना पूर्ण समर्थन दिया साथ ही कांग्रेस पार्टी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदा किसान हितेषी रही है और जरूरत पड़ने पर किसानों के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष करने के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरीके से तैयार है।