किस कारण से भारतीय कफ सिरप (cough syrup) पर उठें सवाल, जाने पूरा मामला

गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के लिए डब्ल्यूएचओ (WHO) यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा की यह मौतें भारत की चार कफ सिरप (cough syrup) से जुड़ी हुई है इसलिए भारत सरकार ने हरियाणा में स्थित फार्मास्युटिकल फर्म (pharmaceutical firm) जिसके द्वारा यह चार कफ सिरप (cough syrup) निर्मित हुई उनकी जांच शुरू कर दी गई है । डब्ल्यूएचओ (WHO) के द्वारा 29 सितंबर,2022 को ही ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ( Drug Controller General of India)को कफ सिरप (cough syrup) के बारे में सचेत किया कर दिया गया था ।




आपको बता दे की यह कफ सिरप (cough syrup) का निर्माण हरियाणा के सोनीपत में मेसर्स मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड (Maiden Pharmaceutical Ltd) नाम की कंपनी द्वारा किया गया है । जब यह मामला सामने आया तो तुरंत ही केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने हरियाणा नियामक प्राधिकरण के साथ यह मुद्दा उठाया और इसके संबंधित बातचीत करी ।





मेसर्स मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड (Maiden Pharmaceutical Ltd) का कहना है की फर्म (firm) ने इन उत्पादों को केवल गाम्बिया के लिए निर्यात किया था । भारत की मंत्रालय का कहना है की अभी तक डब्ल्यूएचओ (WHO) के द्वारा यह जानकारी नहीं मिली है की यह मौतें कब हुईं है । इसके साथ डब्ल्यूएचओ (WHO) ने यह सूचित नहीं किया है कि क्या पश्चिम अफ्रीकी देश में बिना परीक्षण के दवाओं का इस्तेमाल किया गया था या नहीं ।




क्या नाम है उन चार कफ सिरप (cough syrup) के ?

उन चार कफ सिरप (cough syrup) के नाम है उत्पाद प्रोमेथाज़िन ओरल सॉल्यूशन (Promethazine oral solution), कोफ़ेक्समालिन बेबी कफ सिरप (Kofexmalin baby cough syrup), मकॉफ़ बेबी कफ सिरप (Makoff baby cough syrup) और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप (Magrip N cold syrup) हैं । इसके संबंधित डब्ल्यूएचओ (WHO) के द्वारा चेतावनी दी गई है की इन कफ सिरप (cough syrup) की पहचान केवल गाम्बिया में की गई है ।




हरियाणा नियामक ने डब्ल्यूएचओ (WHO) के साथ मिलकर राज्य के अधिकारियों के साथ जांच शुरू करी गई है ।

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