अर्थव्यस्था में भारत 2050 तक दुनिया में दूसरे नंबर पर होगा: अडाणी
नई दिल्ली। देश के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडाणी ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट पर संकीर्ण सोच को खारिज करते हुए कहा कि देश की बुनियाद मजबूत है। उन्होंने कहा कि भारत 2050 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था होगा। अडाणी ने ये भी कहा कि भारत व्यापार अवसरों के मामले में विश्व के अन्य समकक्ष देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है।
अडाणी समूह के चेयमैन ने जेपी मोर्गन इंडिया समिट में कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान कार्यक्रम पासा पलटने वाला साबित होगा। उन्होंने कहा कि ‘मैं बिना झिझक यह कहना चाहूंगा कि मेरे विचार से अगले तीन दशकों में भारत दुनिया के लिए व्यापार के लिहाज से सबसे बड़ा अवसर होगा।’ अडाणी ने कहा कि भारत की भू-रणनीतिक स्थिति और बड़ा बाजार उसे अपने समकक्ष देशों के मुकाबले बेहतर बनाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से हटकर भारत में अवसर तेजी से बढ़ेंगे।
अडाणी ने कहा कि साल 1990 में वैश्विक जीडीपी 38 हजार अरब डॉलर था, जबकि आज 30 साल बाद यह आंकड़ा 90 हजार अरब डॉलर है। अगले तीस साल में यानी 2050 में जीडीपी 1,70,000 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है। ऐसे में उस वक्त तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।
उल्लेखनीय है कि देश की आर्थिक विकास दर में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 फीसदी की गिरावट आई है। इसकी मुख्य वजह कोरोना संकट और देशव्यापी लॉकडाउन है। पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में 4 दशकों में पहली बार अर्थव्यवस्था में गिरावट का अनुमान है।