महासंकट पर अच्छी खबर ! कोरोना कंट्रोल में भारत है सबसे आगे

एक तरफ जहां अमेरिका और इटली जैसे देशो कोरोना काल में हालात बिगड़ते जा रहे है वही दूसरी तरफ कोरोना काल में भारत के लिए अच्छी खबर आई हैं। जहां देश के विकसित देश कोरोना वायरस पर कंट्रोल करने में काफी हद फेल साबित हो रहे हैं वही भारत सरकार को कोरोना कंट्रोल पर अव्वल नं. मिल रहे हैं।

ये सच है देश में कोरोना काफी तेज़ी से अपने पैर पसार रहा है लेकिन अगर वर्ल्ड रेकिंग में देखे तो भारत की स्थिति कोरोना कंट्रोल पर काफी अच्छी बनी हुई हैं। दरअसल भारत में मेडिकल नियामक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से जारी लैब टेस्ट डेटा के मुताबिक औसतन 23 लोगों का टेस्ट किए जाने पर एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया हैं। ऐसे में कोरोना कंट्रोल में भारत की स्थिति काफी बेहतर बताई जा रही है।


अगर इसे ठीक से समझा जाए तो पता चलता हैं कि 19 अप्रैल तक भारत में कोरोना TPR करीब 4 फीसदी था। ये उस आकड़े से काफी कम है जो इस वक्त कोरोना से दो चार हो रहे देशों में देखने को मिल रहा हैं। इससे पहले की हम आपको बताए की किस तरह से देश में कोरोना पर लगाम लगाने में भारत सफल हो रहा है उससे पहले आपको समझा देते है कि आखिर ये टीपीआर क्या हैं।

दरअसल टीपीआर का मतलब हैं टेस्ट पॉजिटिव रेट यानी कुल किए गए टेस्ट में पॉजिटिव केस का अनुपात। ऊंचा टीपीआर संक्रमण का तेज़ फैलाव दिखाता हैं और नीचा टीपीआर उसकी कंट्रोलिंग स्थिति। ऐसे में अगर टीपीआर की रेटिंग की तरफ गौर करे तो पता चलता हैं कि कोरोना कंट्रोल करने में दक्षिण कोरिया का प्रदर्शन काफी अच्छा हैं।

ऐसे में कहा जा सकता है कि दुनिया भर में भारत फिर भी अच्छी पॉज़िशन पर है साथ ही कोरोना कंट्रोल में भारत के द्वारा अपनाई जा रही प्रक्रियाए काफी प्रभावी रहने वाली हैं लेकिन उसके साथ साथ लोगो सोशल डिस्टेंसिंग प्रिसिपल का पालन करना पड़ेगा बल्कि सरकारी गाइडलाइंस का भी पालन सख्ती से करना पड़ेगा।

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