स्पेन, जर्मनी, ईरान जैसे देशों को पछाड़कर भारत Covid-19 मामलों में 7वें नंबर पर ! यहां जानिए कैसे
भारत में लगातार कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पूरे भारत में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1 लाख के पार हो चुका है। वहीं भारत तेजी से दुनिया के टॉप 10 देशों में जहां कोरोनावायरस संक्रमित आंकड़े ज्यादा है उनमें शामिल हो सकता है। जिस तेजी से मामले बढ़ रहे हैं उससे पता चल रहा है कि भारत में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। देश पर इस समय आर्थिक संकट भी आया हुआ है।
देश में हर दिन 4000 से ज्यादा कोरोनावायरस संक्रमित मामले दर्ज किए जा रहे हैं। लॉक डाउन 4 के आते-आते कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। वहीं अगर भारत में एक्टिव केस की की बात की जाए तो भारत में अब तक 58 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमित एक्टिव मामले हैं। जो भारत को टॉप 7 देशों में शामिल करता है। जी हां भारत में अभी एक लाख ही कोरोना वायरस संक्रमित मामले हैं लेकिन एक्टिव मामलों में भारत जर्मनी, स्पेन जैसे देशों से आगे हैं। जहां कोरोना वायरस ने तबाही मचाई थी।
भारत में इस समय कोरोनावायरस के 58 हजार से ज्यादा एक्टिव मामले हैं वह इस मामले में इटली (66,553) और पेरू (61,883) के बेहद करीब आ गया है। वहीं जो देश टॉप 10 की सूची में है उसमें भारत सिर्फ 5 देशों से ही पीछे है। लेकिन 6 ऐसे देश हैं जहां भारत से अधिक एक्टिव मामले दर्ज है। अमेरिका, रूस, ब्राजील, फ्रांस और इटली और पेरू यह वो देश है जहां कोरोना वायरस ने तबाही मचाई थी और यहां इस समय भी भारत से ज्यादा कोरोनावायरस के एक्टिव मामले हैं। हालांकि अगर पेरू की बात करें तो अभी यहां 61 हजार से ज्यादा कोरोनावायरस एक्टिव मामले दर्ज है। हालांकि यहां कुल कोरोनावायरस संक्रमित लोग 94000 से ज्यादा है। जो भारत से कम है।
(Worldometers.com से लिए गए आंकड़ों के अनुसार)
हालांकि भारत के लिए राहत की बात यह है कि भारत में मृत्यु दर दूसरे देशों के मुकाबले कम है। बता दे कि भारत में प्रति 10 लाख लोगों में औसतन 2 लोगों की मौत हो रही है। वहीं अगर रूस की बात करें तो यहां प्रति 10 लाख लोगों में 19 लोगों की जान जा रही है। हालांकि अमेरिका जैसे देशों में मौत का आंकड़ा बहुत ज्यादा है बावजूद इसके अमेरिका में औसतन मृत्यु दर बेल्जियम जैसे देशों से कम है। बेल्जियम में सबसे ज्यादा मृत्यु दर है। यहां हर 10 लाख लोगों में 784 लोगों की जान गई है। वहीं स्पेन इटली और ब्रिटेन में यह औसत 500 से अधिक की है। हालांकि अमेरिका में यह अवसर 275 लोगों की है।
रिपोर्ट – चेतन कुमार