बतौर फाइटर पायलट मिग से सुखोई तक उड़ा चुके हैं नए एयर चीफ,
करगिल से पाकिस्तान को खदेड़ने वाले ऑपरेशन का भी हिस्सा थे
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इंडियन एयरफोर्स को गुरुवार को अपना नया चीफ मिल गया है। एयर मार्शल वीआर चौधरी आज दोपहर इंडियन एयरफोर्स के नए चीफ का पद संभाल लिया। अब तक वो वाइस चीफ थे। उन्होंने एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया की जगह ली है। चौधरी देश के 27वें वायु सेना प्रमुख बने हैं।
जानते हैं वीआर चौधरी कौन हैं? वायुसेना में उनका अब तक का करियर कैसा रहा? वे कब तक इस पद पर रहेंगे? और किन अहम प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रहे हैं?
कौन हैं वीआर चौधरी?
वीआर चौधरी का पूरा नाम विवेक राम चौधरी है। वे नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) के छात्र रहे हैं और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज से भी ग्रेजुएट हैं। इसी साल 1 जुलाई को एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा के स्थान पर उन्हें 45वां वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनाया गया था। एयरफोर्स में ये दूसरी सबसे अहम पोजिशन है।
वायुसेना में करियर
दिसंबर 1982 में वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में बतौर फाइटर पायलट चौधरी की कमीशनिंग हुई। उन्हें MiG-21, MiG-23MF, MiG-29 और Su-30MKI जैसे लड़ाकू विमान उड़ाने का अनुभव है। वायुसेना में अपनी सर्विस के दौरान अब तक 3800 घंटे से ज्यादा देर तक लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं।
इससे पहले चौधरी वायुसेना मुख्यालय में वायु सेना के उप प्रमुख और पूर्वी कमान में सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर के तौर पर काम कर चुके हैं। जुलाई में वाइस चीफ बनने से पहले चौधरी ने पश्चिमी वायु कमान के कमांडर-इन-चीफ के तौर पर काम किया है। पश्चिमी वायु कमान के पास ही पाकिस्तान और चीन के साथ सीमाओं के कुछ हिस्सों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। इसी कमान के पास लद्दाख की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी है। पश्चिमी वायु कमान के चीफ के तौर पर एयर मार्शल विवेक चौधरी की पोस्टिंग ऐसे समय पर हुई थी जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद चल रहा था।
चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर चीफ मार्शल नॉर्मन अनिल कुमार ब्राउन एयर कमांडर वीआर चौधरी को बेस्ट फाइटर स्क्वाड्रन ट्रॉफी देते हुए। तस्वीर नवंबर 2012 की है।
किन बड़े ऑपरेशन का हिस्सा रहे हैं?
चौधरी वायु सेना के कुछ बेहद अहम मिशन का हिस्सा रहे हैं। उन्हीं में ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन सफेद सागर शामिल है।
1984 में इंडियन आर्मी ने ऑपरेशन मेघदूत को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन की वजह से ही भारतीय सेना ने कश्मीर के सियाचिन ग्लेशियर पर पूरी तरह से कब्जा किया था। इस अभियान को 13 अप्रैल 1984 की सुबह अंजाम दिया गया था। इसमें वायु सेना ने अहम भूमिका निभाई थी। चौधरी इस ऑपरेशन का हिस्सा थे।करगिल युद्ध के दौरान इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान पर हवाई हमले करने के लिए ऑपरेशन ‘सफेद सागर’ चलाया था। इसका मकसद नियंत्रण रेखा के साथ करगिल सेक्टर में भारतीय चौकियों को पाकिस्तान के कब्जे से खाली कराना था, जिन पर पाकिस्तानी सैनिकों ने धोखे से कब्जा कर लिया था। इसमें भी विवेक राम चौधरी की बड़ी भूमिका रही थी।
कब तक पद पर रहेंगे?
वीआर चौधरी वायुसेना चीफ के पद पर अगले 3 साल तक रहेंगे। उनका कार्यकाल सितंबर 2024 में खत्म होगा।
इस पदों को संभाल चुके हैं चौधरी
एयर मार्शल चौधरी ने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वे एक फ्रंटलाइन फाइटर स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर रह चुके हैं। इसके साथ ही वे फ्रंटलाइन फाइटर बेस की भी कमान संभाल चुके हैं।चौधरी नई दिल्ली के वायु सेना भवन स्थित वायु सेना मुख्यालय में उप वायु सेनाध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं।वे अक्टूबर 2019 से जुलाई 2020 तक पूर्वी वायु कमान के सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर के रूप में भी काम कर चुके हैं।उन्होंने मिग-29 स्क्वाड्रन की कमान, फॉरवर्ड बेस की कमान और बाद में वायु सेना स्टेशन पुणे की कमान समेत कई फील्ड पोजिशन पर काम किया है।चौधरी एयर फोर्स स्टेशन श्रीनगर में मुख्य संचालन अधिकारी का पद संभाल चुके हैं। वे डिप्टी कमांडेंट के तौर पर डुंडीगल एयर फोर्स एकेडमी और असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ ऑपरेशन (एयर डिफेंस) की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
कौन हैं आरकेएस भदौरिया, जिनकी जगह वीआर चौधरी लेंगे?
आरकेएस भदौरिया ने 30 सितंबर 2019 को एयरफोर्स चीफ का पद संभाला था। उन्होंने एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ की जगह ली थी। इससे पहले वे मई से सितंबर 2019 तक एयर स्टाफ के वाइस चीफ भी रहे चुके हैं। जून 1980 में उनकी वायुसेना में कमीशनिंग हुई थी। उनके पास करीब 25 अलग-अलग तरह के फाइटर जेट्स को 4 हजार से भी ज्यादा घंटे तक उड़ाने का अनुभव है। 25 सितंबर को ही उन्होंने बतौर एयरफोर्स चीफ आखिरी बार फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाया था। 30 साल के करियर के दौरान उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल और वायु सेना मेडल भी मिला है।
वायुसेना में और क्या बदलाव होने जा रहे हैं?
वीआर चौधरी फिलहाल वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ हैं। 30 सितंबर को उनके एयरफोर्स चीफ बनने के बाद उनकी जगह एयर मार्शल संदीप सिंह को वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ नियुक्त किया जाएगा। संदीप सिंह दिसंबर 1983 में वायुसेना में कमीशंड हुए थे। उनके पास 4 हजार घंटे से भी ज्यादा का फ्लाइंग एक्सपीरिएंस हैं। वे रूस में 1AF Su-30 प्रोजेक्ट में टेस्ट पायलट रहे हैं और फिलहाल साउथ-वेस्टर्न एयर कमांड में एयर ऑफिस कमांडिंग इन चीफ (AOC-in-C) हैं।वेस्टर्न एयर कमांड चीफ एयर मार्शल बलभद्र राधा कृष्ण को चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (CISC) नियुक्त किया जा रहा है। बलभद्र की जगह एयर मार्शल अमित देव को वेस्टर्न एयर कमांड का चीफ बनाया जाएगा। अमित देव फिलहाल ईस्टर्न एयर कमांड के चीफ हैं।