भारत ने जताई उम्मीद, पाकिस्तान के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगा एफएटीएफ
नई दिल्ली। भारत ने आशा व्यक्त की है कि आतंकवादियों को धन मुहैया कराए जाने और धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) को रोकने की मौजूदा अंतरराष्ट्रीय संस्था एफएटीएफ की 23 अक्टूबर को होने वाली आम बैठक में पड़ोसी देश के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी।
भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों को धन मुहैया कराने तथा मदद देने का आरोप लगाते हुए कहा कि एफएटीएफ को अंतरराष्ट्रीय कानूनों और प्रक्रिया के तहत पाकिस्तान के खिलाफ फैसले लेने चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान पर एफएटीएफ की ओर से ब्लैक लिस्ट में शामिल किए जाने की तलवार लटक रही है, फिलहाल वह ग्रे लिस्ट में है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को सप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान के सामने इस विश्व संस्था ने 27 बिंदुओं की एक कार्य योजना रखी थी जिसे उसे एक निश्चित सीमा में पूरा करना था। पड़ोसी देश ने अब तक केवल 21 बंधुओं पर सक्रियता दिखाई है जबकि छह महत्वपूर्ण मुद्दों को वह नजरअंदाज कर रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी गिरोह और उसके सरगनाओं को अपनी जमीन पर सुरक्षित पनाह मुहैया करा रहा है। वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा घोषित अनेक आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इन आतंकवादियों में मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम और जकीउर रहमान लखवी आदि शामिल है।