भारत बना दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश, अखिलेश यादव ने दी ये प्रतिक्रिया
भारत दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन गया है. देश की जनसंख्या 142 करोड़ के पार पहुंच गई है. देश की जनसंख्या बढ़कर 142.86 करोड़ हो गई है जबकि हमारे पड़ोसी देश चीन की जनसंख्या 142.57 करोड़ है. इस तरह भारत में चीन से 29 लाख लोग ज्यादा रहते हैं. जनसंख्या के यह आंकड़े संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष ने जारी किए हैं. इसपर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और जनसंख्या बढ़ने के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. अखिलेश ने इसे बहुत चिंता वाली बात बताते हुए सरकार की विफलता करार दिया है.
क्या कहा अखिलेश ने
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ”चिंतनीय ख़बर, भारत की आबादी हुई सबसे अधिक-कारण, सरकार की विफलता. अखिलेश ने कहा कि गरीबी-बेरोजगारी के कारण काम में हाथ बंटाने व कमाने के लिए व मेडिकल की कमी से बालमृत्यु के डर से अधिक बच्चे पैदा करना तथा कांट्रासेप्टिव्स का वितरण न होना. शिक्षा की कमी से जनसंख्या के दबाव को न समझना.”
चिंतनीय ख़बर : भारत की आबादी हुई सबसे अधिक
कारण : सरकार की विफलता
विवरण :
– ग़रीबी-बेरोज़गारी के कारण काम में हाथ बँटाने व कमाने के लिए व
– मेडिकल की कमी से बालमृत्यु के डर से अधिक बच्चे पैदा करना तथा कांट्रासेप्टिव्स का वितरण न होना।
– शिक्षा की कमी से जनसंख्या के दबाव को…— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 20, 2023
कौन से वर्ग की कितनी है आबादी
दुनिया के विशेषज्ञ इस साल की शुरुआत से ही अनुमान लगा रहे थे कि भारत 2023 के शुरुआती महीनों में ही चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाएगा. वहीं चीन में भारत से 65 साल से ज्यादा उम्र के लगभग दोगुने लोग हैं. इस प्रकार देखा जाए तो भारत में युवाओं की आबादी ज्यादा है. भारत की 25 प्रतिशत जनसंख्या 0-14 आयु वर्ग के बीच, 18 प्रतिशत 10-19 वर्ष आयु के बीच, 26 प्रतिशत 10-24 आयु वर्ग के बीच, जबकि 68 प्रतिशत लोग 15-64 आयु वर्ग के बीच हैं.
बता दें कि भारत का क्षेत्रफल चीन से कम है, ऐसे में बढ़ती आबादी के लिए रोजगार और अन्य संसाधन जुटाना एक चुनौती है. बढ़ती जनसंख्या के अपने नुकसान हैं. समय समय पर इसपर नियंत्रण करने के उपाय किए गए. बढ़ती आबादी एक बोझ की तरह है, क्योंकि सीमित संसाधनों की वजह से सभी को शिक्षा और रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं हो पाते.