मास्क लगाने व दो गज की दूरी में लापरवाही के कारण बढ़ रहा संक्रमण : CM अशोक गहलोत
जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीते दिनों त्यौहारी सीजन, चुनाव, सर्दी के मौसम तथा विवाह आयोजनों के कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। साथ ही, रिकवरी रेट के बेहतर होने तथा मृत्यु दर के नियंत्रित होने के कारण लोग मास्क लगाने तथा दो गज की दूरी की पालना में गंभीर लापरवाही बरत रहे हैं। अब हमें ऐसी स्थिति को रोकना होगा।
गहलोत रविवार दोपहर मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित वीडियो कांफ्रेंस में शनिवार रात को किए गए महत्वपूर्ण निर्णयों की पालना को लेकर कोर ग्रुप एवं संबंधित जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आठ जिलों के संभागीय आयुक्त, पुलिस कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलक्टर, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सीएमएचओ तथा निजी अस्पतालों में कोरोना रोगियों के बेहतर प्रबंधन के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों से कहा कि वे जीवन बचाने के लिए अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूरी संवेदनशीलता एवं तत्परता से निभाएं।
गहलोत ने कहा कि निजी अस्पतालों में कोरोना रोगियों के उपचार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये अधिकारी मरीजों, अस्पतालों तथा राज्य सरकार के बीच सेतु का काम करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि मरीजों को निजी अस्पतालों में इलाज के दौरान कोई परेशानी न हो। गहलोत ने कोरोना के विरूद्ध जन आन्दोलन को अधिक प्रभावी बनाने तथा 181 हैल्पलाइन का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मास्क न लगाने पर भी जुर्माना राशि बढ़ाकर 500 रूपए की गई है। जुर्माना राशि बढ़ाने तथा वीडियोग्राफी के इन निर्णयों के पीछे सरकार का मकसद राशि वसूलना या समारोह में व्यवधान डालना नहीं, बल्कि भीड़ के एकत्र होने एवं मास्क न पहनने के कारण फैलने वाले कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाना है।
वीडियो कांफ्रेंस में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों ने नवम्बर के अंत तक कोरोना की दूसरी लहर की आशंका पहले ही व्यक्त कर दी थी। अब हमें अधिक समन्वित प्रयासों से संक्रमण को फैलने से रोकना होगा। मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि अकाल-सूखे तथा चुनाव प्रबंधन के समय जिला प्रशासन जिस मुस्तैदी से काम करता है, उसी भावना के साथ हमें राज्य सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों को फील्ड में लागू कराना है। पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने कहा कि पुलिस अधिकारी लोगों को रात्रिकालीन कफ्र्यू तथा हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना के लिए समझाइश के जरिए प्रोत्साहित करें। आवश्यकता पडऩे पर सख्ती भी अपनाई जाए।