नोटबंदी का नहीं हुआ असर
NCRB की रिपोर्ट में खुलासा, महाराष्ट्र में एक साल में 83.61 करोड़ रुपए के फर्जी नोट बरामद हुए, देश में नकली करेंसी बरामदगी 190 प्रतिशत बढ़ी
देश में नकली नोट पकड़े जाने के सर्वाधिक 81 केस पश्चिम बंगाल में दर्ज हुए। इन मामलों में कुल 111 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर 24,227 नकली नोट पकड़े।
केंद्र सरकार द्वारा डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने और डिमोनेटाइजेशन करने के बावजूद देश में फर्जी भारतीय करेंसी बरामदगी के मामलों में कमी नहीं आई है। अकेले महाराष्ट्र में वर्ष 2020 में 97 लोगों के पास से पुलिस ने 6,99,495 भारतीय नकली नोट पकड़े। जिसका कुल मूल्य 83.61 करोड़ रुपए था। NCRB की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में बीते साल फर्जी नोट बरामदगी के 42 केस दर्ज हुए थे।
NCRB की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में देश में कुल 92.18 करोड़ मूल्य की 8,34,947 फर्जी भारतीय करेंसी पकड़ी गई। यह 2019 में पकड़ी की कुल फर्जी भारतीय करेंसी की तुलना में 190.5 फीसदी अधिक है। एनसीआरबी के अनुसार वर्ष 2019 में कुल 2,87,404 फर्जी भारतीय करेंसी पकड़ी कई थी। जिसका कुल मूल्य 25.39 करोड़ रुपए था। देश भर में नकली भारतीय करेंसी पकड़े जाने के कुल 385 केस विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज हुए।
पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक 81 केस दर्ज हुए
देश में नकली नोट पकड़े जाने के सर्वाधिक 81 केस पश्चिम बंगाल में दर्ज हुए। इन मामलों में कुल 111 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर 24,227 नकली नोट पकड़े। जिसका मूल्य 2.46 करोड़ रुपए था। इसके बाद 52 मामले यूपी में दर्ज हुए। जिसमें 55 लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही 17,078 नकली नोट बरामद हुए। इसका कुल मूल्य 38.79 लाख रुपए था। गुजरात में 23 मामलों में 32 लोगों की गिरफ्तारी हुई। यहां 20,360 फर्जी नोट बरामद हुए। जिसका मूल्य 87.96 लाख रुपए था।
मध्य प्रदेश में 5 मामलों में 2,085 नकली नोट मिले। इसका कुल मूल्य 2,02 लाख रुपए था। दिल्ली में 4 मामलों में 3,476 नकली नोट पकड़े गए। जिसका मूल्य 4.16 लाख रुपए था। पंजाब में 14,444 नकली नोट पकड़े गए। जिनका मूल्य 95.80 लाख रुपए था। इसी प्रकार राजस्थान में 6,190 नकली नोट पकड़े गए। जिसका मूल्य 27.35 करोड़ रुपए था। बता दें कि देशभर में वर्ष 2020 में पकड़े गए नकली नोट के मामलों में कुल 633 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
कौन से कितने नकली नोट पकड़े गए
NCRB की रिपोर्ट के अनुसार देश में वर्ष 2020 में कुल 8,34,947 नकली नोट पकड़े गए थे। इसमें 2000 रुपए के 2,44,834 नोट, 1,000 रुपए के 3,18,143 नोट, पुराने 500 रुपए मूल्य के 5,789 नोट और नये 500 रूपए मूल्य के 2,09,685 नकली नोट पकड़े गए थे। इसी तरह 200 रुपए के 11,841 नोट, 100 रुपए के 33,443, पुराने 50 रुपए के 1,589 नोट, नये 50 रुपए के 8,599 नोट, 20 रुपए के 34 और 10 रुपए के 990 नकली नोट पकड़े गए थे।
देश में हुई कुल जालसाजी का 8 प्रतिशत सिर्फ महाराष्ट्र में
देश में होने वाले जालसाजी के कुल मामलों में से 8 फीसदी केस महाराष्ट्र में दर्ज होते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश में 2020 में IPC के सेक्शन 231 से 243, 255 और 489-ए से 489-ई के तहत कुल 672 मामले दर्ज हुए। इसमें करीब 8 फीसदी यानी 54 घटनाएं महाराष्ट्र में घटी।
हालांकि महाराष्ट्र से अधिक 109 मामले पश्चिम बंगाल, आसाम में 63 और उत्तर प्रदेश में 55 मामले दर्ज हुए। इसी तरह जालसाजी के तहत जाली सिक्कों से संबंधित अपराध, सरकारी स्टैंप की जालसाजी, करेंसी नोटों एवं बैंक नोटों की जालसाजी, कूटकृत करेंसी नोटों या बैंकों नोटों को असली के रूप में उपयोग में लाना, उन्हें अपने कब्जे में रखना, ऐसे अपराध के लिए उपकरण या सामग्री बनाना या अपने कब्जे में रखना और करेंसी नोटों या बैंक नोट सदृश्य दस्तावेजों की रचना या उपयोग करने के मध्य प्रदेश में 49, राजस्थान में 49, गुजरात में 27, हरियाणा में 18, पंजाब में 25 और दिल्ली में 32 मामले दर्ज हुए।