6 गुनी बड़ी हार्ट अटैक से मौत की संख्या। कारण कोरोना या कुछ और जानिए एक्सक्लूसिवली।
कोरोना महामारी अभी भी तात पर है। कराना वायरस महामारी के अभी भी काफी नए मामले सामने अरे है जो की चिंता जनक है,मगर इससे जादा चिंता जनक यह है की कोरोना से हो रही मौत की संख्या मै बरोत्री।
By: Pratham Sharma
कोरोना महामारी अभी भी तात पर है। कराना वायरस महामारी के अभी भी काफी नए मामले सामने अरे है जो की चिंता जनक है,मगर इससे जादा चिंता जनक यह है की कोरोना से हो रही मौत की संख्या मै बढ़ोतरी।
असलमे, एक रिपोर्ट में सामने आया है कि कोरोना महामारी के बाद हार्टअटैक की संख्या में काफी इजाफा हो गया है। यहां तक कि हार्ट अटैक से उन्ही वाली मौत की संख्या अब 6 गुनी बड़ी इस संख्या ने कैंसर से होने वाले हार्टअटैक की संख्या को भी पीछे छोड़ दिया है। तो अब सवाल ये है कि क्या कोरोना वायरस की वजह से हार्टअटैक ज्यादा आने लगे हैं?
हार्टअटैक के आकड़ें
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक आरटीआई में यह पता चला है कि पिछले साल जनवरी से जून के बीच, सिर्फ 6 महीनों में ही मुंबई में हार्ट अटैक से करीब 18 हजार मौतें हुई थीं. आरटीआई के
आकड़ओ के अनुसार 2018 मैं हार्ट अटैक से 8603 मौत हुई और 2019 मैं यह संख्या 5849 पर पोहछी,वही 2020 मैं संख्यो मैं गिरोत्री देखी गई जोकि गिरके 5633 हुई, मगर 2021 से इनमें इजाफा शुरू हो गया और 2021 में हार्ट अटैक से जान गंवाने वालों की संख्या में 6 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हो गई पिछले साल जनवरी से जून के 6 महीनों में ही मुंबई में हार्ट अटैक से 17 हजार 880 लोगों की जान चली गई थी. इस डेटा ने कैंसर को भी पीछे छोड़ दिया है.
क्या कोरोना हार्ट की लिए है खतरा?
कोरोना और हार्ट अटैक से कनेक्शन को लेकर हमने दिल्ली के पीएसआरआई हार्ट इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉक्टर के के तलवार से बात की। उन्होंने ने कहा की कोरोना के कारण हार्ट मैं दिक्कत होती है पर यह नहीं कहा जा सकता की हार्ट अटैक से बढते इन शुल्को का कोरोना कारण है।डॉक्टर तलवार ने बताया, ‘ बेशक कोरोना की वजह से लोगों को कोरोना की दिक्कत हुई है और हार्ट का फंक्शन भी प्रभावित हुआ है. एक डेटा ये भी कहता है कि जब कोरोना से ठीक होने वाले लोगों का हार्ट का एमआरआई किया गया तो उसमें सामने आया कि सामने आया कि हार्ट पर असर हुआ है. अब इसमें कोई लोग ठीक हो गए हैं मगर यह इश्यू है.’।
उन्होंने कहा, ‘ऐसे में यह कहा जा सकता है लोगों को कोराना के बाद हार्ट संबंधी दिक्कतें आई हैं, जिसमें बहुत कम लोगों को हार्ट फेल्योर आदि दिक्कतें आई हैं. ज्यादा लोगों को कोरोना के बाद ब्लड प्रेशर बढ़ने, पल्स रेट ऊपर नीचे होने, चक्कर आने जैसी दिक्कतें हो रही हैं.’।