जम्मू-कश्मीर में फ्रंटलाइन वर्करों के लिए इंसेंटिव की मंजूरी
जम्मू जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के कोविड -19 वॉरियर्स के लिए विशेष वित्तीय प्रोत्साहन राशि को मंजूरी प्रदान की।
सिन्हा ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के फ्रंटलाइन वर्कर मरीजों के कीमती जीवन को बचाने के लिए कोविड महामारी के कठिन समय में बहुमूल्य कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि इन कोविड योद्धाओं द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की भरपाई नहीं की जा सकती है, फिर भी प्रदेश सरकार ने उनके प्रयासों को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है।
उपराज्यपाल के इस फैसले से 17,000 से अधिक कोरोना योद्धाओं को लाभ होगा, जिनमें रेजिडेंट डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी, पैरामेडिकल / नर्सिंग स्टाफ, वाहन चालक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल हैं। रेजिडेंट डॉक्टर्स और चिकित्सा अधिकारियों को प्रोत्साहन राशि के तौर पर प्रति माह 10,000 रुपये, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ को प्रति माह 7,000 रुपये तथा वाहन चालकों, सफाई कर्मचारियों और अटेंडेंट को प्रति माह 5,000 रुपये इंसेंटिव के तौर पर मिलेंगे।
प्रोत्साहन राशि का भुगतान मई से किया जाएगा और इसकी अवधि तीन महीने की होगी।