कोरोना को देखते हुए 500 अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल, सभी चीजों पर पैनी नजर
कोरोना को देखते हुए यूपी के 500 अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल, इन चीजों की जायेगी परख
लखनऊ: देश-दुनिया के बाद कोरोना यूपी में बड़ी तेजी के साथ दस्तक दे चुका है. ऐसे में स्वास्थय विभाग न कोरोना के थर्ड वेव को लेकर सरकारी अस्पतालों में गाइडलाइन जारी की है. यूपी में विभाग की तरफ से टीम 3 व 4 जनवरी को सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा करेगी. इस दो दिवसीय मॉक ड्रिल कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व विशेषज्ञों की निगरानी में संसाधनों की जांच की जाएगी. जिसके तहत वेंटिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या, ऑक्सीजन, बेड, दवाएं, आइसीयू जैसे संसाधनों व सामग्री की जांच की जाएगी. इस मॉक ड्रिल के दौरान अगर अस्पतालों में इन संसाधनों में कमी निकलती है तो उसको तुरंत पूरा किए जाने के निर्देश दिए जाएंगे.
बता दें यूपी के 500 से अधिक अस्पतालों में मॉक ड्रिल किया जाएगा. नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के चलते योगी सरकार ने जिन जिलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उन जिलों में अधिक सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं. मौजूदा हालात और उसके आगे की योजनाओं के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारियों से प्लान भी मांगा जा रहा है.
जल्द ही फ्रंटलाइन व हेल्थ केयर वर्कर्स को दिया जाएगा बूस्टर डोज
इसी के साथ प्रदेश में जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को बूस्टर डोज दी जाएगी. प्रदेश में लगभग 10 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स व 10 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स को ये बूस्टर डोज दी जाएगी. उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से यह बूस्टर डोज दी जानी है.
सीएम योगी की तरफ से निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए टीकाकरण की पहली और दूसरी डोज लगवाने के लिए घर-घर जाकर बुलावा पर्ची भेजी जा रही है. क्षेत्र में ही लोगों की सुविधानुसार टीकाकरण बूथ लगाए हैं, जिनमें पहली और दूसरी डोज दी जा रही है.
यूपी का रिकवरी रेट पहुंचा इतने प्रतिशत
जानकारी के मुताबिक 24 घंटों में हुई 01 लाख 78 हजार 831 सैम्पल की जांच में 552 संक्रमितों की पुष्टि हुई. इसी अवधि में 37 संक्रमितों ने कोरोना संक्रमण को मात भी दी है. यूपी में कोविड पॉजिटिविटी दर 1.84 है, जबकि रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है.