वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने SC में उठाया चीनी मीलों का मुद्दा, पूछे ये सवाल
चीनी मिलों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा ये सवाल
नई दिल्ली: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के पहले यूपी सरकार अपने सभी मुद्दे क्लीयर कर रही हैं. जिससे 2022 में होने वाले चुनाव वह अपनी जीत पक्की कर सके. ऐसे में क्लीन फ्यूल से नहीं चलने वाले एनसीआर के उद्योगों को सोमवार से शुक्रवार तक सिर्फ आठ घंटे चलने की इजाजत और शनिवार-रविवार को बंद रखने के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेश पर यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एनसीआर में स्थित चीनी मिलों का मामला भी उठाया.
यूपी सरकार की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने कहा कि अभी गन्ना पिराई और चीनी मीलों का सीजन चल रहा है. अगर क्लीन फ्यूल से नहीं चलने वाले उद्योगों को सिर्फ आठ घंटे चलने की इजाजत होगी तो चीनी मिलें कैसे चलेंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि इन्हें लगातार चलाना पड़ता है. मिलों में बायलर ही 48 घंटे में गर्म होता है. ऐसे तो चीनी मिलें बंद हो जाएंगी. अगर ऐसा होता है तो गन्ना किसानों को काफी बड़ा नुक्सान हो जाएगा.
बताइए कितनी चीनी मिलें हैं..?
रंजीत कुमार की दलीलों पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि एनसीआर में कितनी चीनी मिलें हैं. रंजीत कुमार ने कहा कि सही गिनती उन्हें नहीं मालूम, लेकिन गजरौला की चीनी मिल एनसीआर में आती है, इसके अलावा मेरठ, बागपत आदि भी एनसीआर में हैं. कोर्ट ने प्रदेश सरकार से कहा कि वह इस बात को आयोग के समक्ष रखे और आयोग कानून के मुताबिक उस पर विचार जरुर करेगा.
…तो क्या पाकिस्तान में उद्योगों पर बैन लगा दिया जाए
वहीँ प्रदेश सरकार के के वकील रंजीत कुमार ने कहा कि इन दिनों उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में प्रदूषित हवाएं पाकिस्तान से आ रही हैं क्योंकि राज्य हवा की दिशा में नीचे की तरफ है. इस पर पीठ ने उनसे कहा, ‘इसलिए आप चाहते हैं कि पाकिस्तान में उद्योगों को बैन कर दिया जाए.
दिल्ली सरकार को 7 कोरोना अस्पतालों के निर्माण की मिली इजाजत
कोरोना के तीसरी लहर आने से पहले दिल्ली सरकार ने महामारी से लड़ने की तैयारी कर रही है. जिसकी वजह से दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से सात अस्पतालों का निर्माण या विस्तार करने की इजाजत मांगी है. कोर्ट ने नियमों का पालन करने की शर्त पर सातों कोरोना अस्पतालों के निर्माण की इजाजत दे दी है. जिसमे शालीमार बाग, किरारी, सुल्तानपुरी, रघुबीर नगर, सरिता विहार, जीटीबी और चाचा नेहरू अस्पताल शामिल हैं. वहीँ इनके अलावा भी 19 और अस्पतालों में भी विस्तार और निर्माण का काम चल रहा है.