हमारे खून में पत्रकारिता का रंग नहीं बदलना चाहिए, वरना सर्जन नहीं मिलेगा: विनीता यादव
नई दिल्ली: ‘न्यूज़ नशा’ की फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ विनीता यादव का कहना है अगर 2022 में डिजिटल यूजर का नंबर देखते हैं तो 399 मिलियन अब है 629 मिलियन इंडिया में इससे अंदाजा लगाया जा सकता है । कि सुनामी है बहुत बड़ी सुनामी है। और इस सुनामी में बहुत कुछ ठहरेगा और बहुत कुछ बह भी जाएगा। अब एक तरह मंथन चल रहा है सोशल मीडिया में हम लोग कुछ तलाश में हैं और प्रयास कर रहे हैं ।मेरी जगह कहां है । इसमें मैंने तो यह भी सुना है कई पत्रकार ऐसे भी हैं जिनको रात में नींद नहीं आती है व्यूज जैसे-जैसे गिरते हैं उनकी नींद उड़ जाती है ।और व्यूज बढ़ाने के लिए अगले दिन और वहीं पर आकर खड़े हो जाते हैं । उसी लाइन पर जाने के लिए कि अब तो कुछ करना ही पड़ेगा झुकना ही पड़ेगा मजबूर हैं। एक तरफ हम दबाव की बात करते हैं मीडिया में कहीं कोई पॉलिटिकल पार्टी का दबाव बनाती है। कहीं और कोई दबाव बनाता है। मुझे लगता है कि इन सभी दबाव से ज्यादा जनता का दबाव है । और फिर एक चुनौती आ जाती है व्यूज की और। यही नहीं आने वाले 5 साल अलग तरह की सुनामी आएगी।
इस पूरे कार्यक्रम में सहयोगी और सहभागिता देने के लिए अनेकों वरिष्ठ पत्रकारों ने हिस्सा लिया एक्सचेंज4मीडिया समूह की हिंदी वेबसाइट ‘समाचार4मीडिया’ द्वारा तैयार की गई ‘समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40 अंडर 40’ की लिस्ट से एक सितंबर 2023 को पर्दा उठ गया। राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह के मुख्य आतिथ्य में दिल्ली स्थित ‘इंडिया इंटरनेशनल सेंटर’ के सेमिनार हॉल- 1, 2 और 3 में आयोजित एक कार्यक्रम में इस लिस्ट में शामिल प्रतिभाशाली पत्रकारों के नामों की घोषणा की गई और उन्हें सम्मानित किया गया। इससे पहले सुबह नौ बजे से ‘मीडिया संवाद 2023’ का आयोजन किया गया, जिसके तहत विभिन्न पैनल चर्चा और वक्ताओं का संबोधन शामिल था। यह इस कार्यक्रम का दूसरा एडिशन था। अपने दूसरे साल में ही हमें प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल से जुड़े युवा पत्रकारों की ओर से तमाम एंट्रीज प्राप्त हुई थीं। विभिन्न मापदंडों के आधार पर इनमें से करीब 94 पत्रकारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। इसके बाद 20 मई 2023 को हुई वर्चुअल ‘जूरी मीट’ में हमारे प्रतिष्ठित जूरी सदस्यों ने तमाम स्तरों पर मूल्यांकन के बाद समाचार4मीडिया ‘पत्रकारिता 40 अंडर 40’ सूची के लिए इनमें से 40 पत्रकारों का चयन किया था, जिनके नामों की घोषणा एक सितंबर को आयोजित कार्यक्रम में की गई।
पिछले एडिशन की तरह इस बार भी जूरी की अध्यक्षता ‘हिन्दुस्तान’ के एडिटर-इन-चीफ शशि शेखर ने की थी। इसके साथ ही जूरी में बतौर सदस्य ‘बिजनेसवर्ल्ड’ समूह के चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ और ‘एक्सचेंज4मीडिया’ समूह के फाउंडर व एडिटर-इन-चीफ डॉ. अनुराग बत्रा, ‘बीएजी फिल्म्स एंड मीडिया लिमिटेड’ की चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराधा प्रसाद, ‘टाइम्स नेटवर्क’ की ग्रुप एडिटर व ‘टाइम्स नाउ नवभारत‘ की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार, ‘एबीपी न्यूज’ के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज और प्रॉडक्शन) संत प्रसाद राय, ‘जी न्यूज’ में एडिटर रजनीश आहूजा, ‘आजतक’, ‘गुड न्यूज टुडे’ और ‘इंडिया टुडे’ चैनल के न्यूज डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद, ‘न्यूज18 इंडिया’ के मैनेजिंग एडिटर किशोर अजवाणी, ‘प्रभात खबर’ के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी, ‘माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय’ भोपाल के कुलपति प्रो. केजी सुरेश, ‘दूरदर्शन’ के हेड ऑफ कंटेंट ऑपरेशंस राहुल महाजन, ‘आजतक’ में सलाहकार संपादक सुधीर चौधरी और ‘एनडीटीवी इंडिया’ के कंसल्टिंग एडिटर सुमित अवस्थी शामिल रहे। वहीं, नेटवर्क18 के कन्वर्जेंस के ग्रुप एडिटर ब्रजेश कुमार सिंह, वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय और एनडीटीवी के एग्जिक्यूटिव एडिटर अखिलेश शर्मा ने भी जूरी सदस्यों की भूमिका निभाई।