गोरखपुर के 6 दिन के नामाकंन में बाहुबली हरिशंकर के बेटे विनय शंकर हैं सबसे अमीर उम्मीदवार
बाहुबली हरिशंकर के बेटे विनय शंकर हैं सबसे अमीर उम्मीदवार, जानें किनते करोड़ की है संपत्ति
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान सम्पन्न हो चुका है. वहीं विधानसभा चुनाव के दौरान गोरखपुर में सपा से चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी विनय शंकर के पास बेशुमार दौलत है. पूर्वांचल की राजनीति में बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी की पहचान ब्राह्मणों के बाहुबली नेता के तौर पर होती है. 6 दिन के नामांकन में अब तक जितने भी प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया है, उसमें हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी सबसे अमीर प्रत्याशी है. उनके और उनकी पत्नी के पास 67.51 करोड़ रुपये की बेशुमार दौलत है. इसमें 25.64 करोड़ की चल और 41.87 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. हालांकि विधानसभा चुनाव 2017 की तुलना में तिवारी दंपति की संपत्ति में लगभग सात लाख रुपये की कमी आई है. पिछले चुनाव में उनके पास कुल 67.58 करोड़ रुपये की संपत्ति थी.
हरिशंकर तिवारी हैं सबसे अमीर प्रत्याशी
हरिशंकर तिवारी भले ही राजनीति में एक्टिव न हों, लेकिन उनके हाते से निकला फरमान आज भी सियासी राजनीति का गणित को बदल देता है. आज भी पूर्वांचल के बाहुबली और माफियाओं में उनका नाम इज्जत से लिया जाता है. हरिशंकर तिवारी पर उम्र का असर हावी हो गया है,लेकिन परिवार की अगली पीढ़ी राजनीति में जम चुकी है. बड़े बेटे भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी संतकबीरनगर से सांसद रह चुके हैं. दूसरे बेटे विनय शंकर तिवारी चिल्लूपार सीट से विधायक हैं. वहीं हरिशंकर तिवारी के भांजे गणेश शंकर पांडेय यूपी विधान परिषद के पूर्व सभापति भी रह चुके हैं.
जानें हरिशंकर तिवारी का इतिहास
उत्तर प्रदेश में ठाकुरों और ब्राह्मणों के बीच की टक्कर गोरखपुर की जमीन से ही शुरू हुई थी. वीरेंद्र शाही और हरिशंकर तिवारी के बीच की लड़ाई की वजह से ही पूर्वांचल की राजनीतिक सियासत में बाहुबलियों के लिए दरवाजे खोल दिए. हरिशंकर तिवारी चिल्लूपार विधानसभा सीट से 6 बार विधायक भी रहे. हालांकि 2007 में उन्हें इस सीट से हार का भी सामना करना पड़ा. हरिशंकर तिवारी कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और मुलायम सिंह सरकार में मंत्री भी रहे. जानकारों का मानना है कि इस ब्राह्मण परिवार का सपा में जाना बसपा के लिए बहुत बड़ा झटका है.वहीं बीजेपी के लिए भी चुनौती बढ़ेगी.