शाहजहांपुर में एक व्यक्ति ने कबाड़ से बनाई कठपुतलियां, अब कोरोना महामारी से लड़ने का दे रहे हैं संदेश
शाहजहांपुर आमतौर से भारतीय परंपरा में कठपुतली शो ना केवल बच्चों का मनोरंजन का साधन रहे हैं बल्कि लोगो संदेश देने वाले भी रहे हैं लेकिन यह परंपरा अब धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। लेकिन इस कोरोना की महामारी में रंगकर्मी कप्तान कर्णधार ने इस खोई हुई भारतीय संस्कृति को जिंदा किया है। अपनी बनाई हुई कठपुतलियो के जरिए कोरोना महामारी से लड़ने के लिए संदेश भी दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे उनके वीडियो संदेश ना केवल लोगों को भा रहे हैं। बल्कि बच्चों के लिये प्रेरणा स्रोत भी बन रहे हैं। शाहजहांपुर में रंगकर्मी कप्तान कर्णधार इस कोरोना महामारी के लाक डाउन में अपनी प्रतिभा का हुनर दिखा रहे हैं। इस महामारी में उन्होंने घर बैठे ही कबाड़ से दर्जनो कठपुतलिया तैयार की है। कठपुतलियो के जरियो कोरोना महामारी के वीडियो संदेश तैयार उन्हे सोशल मीडिया मे अपलोड कर रहे हैं। य़ू टूयब पर हास्य और मनोरंजन मनोरंजन से भरपूर संदेशो से लोग मजा ले रहे हैं
दरअसल कप्तान कर्णधार ने घर बैठे ही कबाड़ और कुछ मूर्तियों को बनवा कर घर पर ही कठपुतलियों का रूप दिया है। इन कठपुतलियों के जरिए ना केवल वह अपने अन्दर छुपे हुनर को दिखा रहे हैं। बल्कि आम जनमानस से जुड़े हर पहलू को वह खूबी से संदेश भी सोशल मीडिया में प्रसारित कर रहे हैं। उनके इन संदेशों की कठपुतलियों मे पंडित भी हैं, डॉक्टर भी है। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री के भी संदेश भी।
यूट्यूब और सोशल मीडिया में प्रसारित हो रहे हैं इन कठपुतलियों के मजेदार संदेशों को देखकर बच्चे भी उत्साहित मनोरंजन ले रहे हैं। शाहजहांपुर आमतौर से रंग कर्मियों का गढ रहा है। कोरोना की इस महामारीरी के लॉक डाउन में कठपुतली के जरिये संदेशों को प्रसारित करने में ना केवल कप्तान कर्णधार को अपने हुनर लोगों के सामने मौका मिल रहा है बल्कि लाक डाउन का पालन कराने के साथ लोगों मे संदेश पहुंचाने में उनका यह साधन मददगार साबित हो रहा हैं। ऐसे में भारतीय संस्कृति में खोई हुई कठपुतली की प्रतिभा भी अब लोगों के सामने आ रहे हैं जिसका लोग जमकर लूत्फ उठा रहे हैं।
अंकित शर्मा , शाहजहांपुर