Live-in में दो बच्चों के बाद शख्स ने किया मुकर: ‘दोस्तों से कराता था’

Live-in रिलेशनशिप में रहने वाले व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। महिला के दो बच्चे हैं, और जब उसने उस व्यक्ति से शादी करने के लिए कहा, तो उसने इनकार कर दिया।

पूर्वी दिल्ली: Live-in रिलेशनशिप में दुष्कर्म का मामला, महिला ने दर्ज कराया FIR

पूर्वी दिल्ली। सीमापुरी इलाके में एक महिला ने Live-in रिलेशनशिप में रहने वाले व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। महिला के दो बच्चे हैं, और जब उसने उस व्यक्ति से शादी करने के लिए कहा, तो उसने इनकार कर दिया। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसके साथ उस व्यक्ति के दोस्त भी दुष्कर्म करते थे।

मामला क्या है?

पुलिस के अनुसार, महिला और उसके साथी ने पिछले चार से पांच वर्षों तक Live-in रिलेशनशिप में रहकर दो बच्चों को जन्म दिया। जब महिला ने शादी के लिए प्रस्ताव रखा, तो आरोपी ने मना कर दिया। इससे नाराज होकर महिला ने आरोप लगाया कि उसके साथी के मित्र भी उसके साथ दुष्कर्म करते थे।

महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। यह मामला न केवल दुष्कर्म का है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले व्यक्तियों के बीच आपसी सहमति और कानूनी अधिकारों का ध्यान रखना आवश्यक है।

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सफाईकर्मी महिला से दुष्कर्म का मामला

साथ ही, एक अन्य घटना में पूर्वी दिल्ली में एक सफाईकर्मी महिला ने अपने सुपरवाइजर पर दुष्कर्म और मारपीट का आरोप लगाया है। यह मामला मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) अस्पताल से संबंधित है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसके सुपरवाइजर ने उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में उसे शारीरिक रूप से पीटा।

पुलिस ने इस मामले में भी FIR दर्ज की है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। इस मामले ने कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर फिर से सवाल उठाया है।

इन दोनों मामलों ने समाज में महिलाओं के प्रति हिंसा और दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को उजागर किया है। लिव-इन रिलेशनशिप और कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर हमें विचार करने की आवश्यकता है। दोनों मामलों में पुलिस जांच कर रही है और आरोपी को पकड़ने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।

समाज में यह आवश्यक है कि हम महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। न्याय की मांग और महिलाओं की सुरक्षा के लिए समाज को एकजुट होना होगा।

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