गोंडा में महिला के बदले दी पुरुष की डेडबॉडी, मचा हड़कंप
इस मामले में सीएमओ राधेश्याम केसरी ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस में डेडबॉडी बदलने की शिकायत मिली।
लखनऊ: गोंडा के कर्नलगंज में पोस्टमार्टम हाउस में डेडबॉडी बदलने का मामला सामने आया है। इसके बाद परिजनों और आलाधिकारियों में हड़कंप मच गया। दरअसल, एक महिला की मारपीट के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद रविवार को उसकी डेडबॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को दिया गया। तो हंगामा शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि परिजनों को महिला का नहीं बल्कि किसी पुरुष की डेडबॉडी दे दी गई थी। पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों और पुलिस की लापरवाही पर परिजनों ने नाराजगी जताई। वहीं, सीएमओ ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, इस मामले में सीएमओ राधेश्याम केसरी ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस में डेडबॉडी बदलने की शिकायत मिली। इस मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
बता दे कि मामला कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र के गांव गुरसड़ी का है। यहां बीते शुक्रवार को 40 साल की रीता देवी की एक विवाद के दौरान मारपीट हो गई थी. उनके सिर पर ईट से हमला कर दिया था। इलाज के लिए उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर शनिवार की देर रात उनकी मौत हो गई थी। रविवार को परिजन महिला का पोस्टमार्टम कराने के लिए पहुंचे थे. वहीं, आरोपी संजय के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
जानें क्या है पूरा मामला
मृतका रीता देवी के पति सुरेश कुमार ने बताया कि रविवार को शाम 4 से 5 बजे के बीच मृतक रीता देवी का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद डेडबॉडी दी गई. हम सभी लोग डेडबाॅडी लेकर अपने गांव गुरसड़ी आ गए थे. तभी करीब एक घंटे बाद पोस्टमार्टम हाउस से एक आता था। इसमें कहा गया कि आप लोग दूसरा शव लेकर चले गए हैं. जो आपके पास है वह पुरुष की डेडबॉडी है. उसे वापस वापस करके महिला का शव ले जाइए. सुरेश ने बताया कि फोन पर इतनी बात सुनकर होश फाख्ता हो गए। आनन-फानन में हम सभी लोग उल्टे पांव पोस्टमार्टम की ओर चल पड़े।रविवार को महिला रीता देवी उम्र करीब 40 वर्ष का पोस्टमार्टम नगर कोतवाली गोंडा पुलिस द्वारा कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को महिला का शव न देकर एक अज्ञात व्यक्ति का शव दे दिया गया। जिसे लेकर महिला के परिजन घर पहुंच गए तब उन्हें फोन करके शव को पुनः वापस गोंडा पोस्टमार्टम हाउस लाने के लिए कहा गया. परिजन शव को लेकर गोंडा गए और उन्हें महिला का शव रिसीव कराया गया. उसके पश्चात शव लेकर परिजन देर शाम घर पहुंचे. जहां उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद शव का अंतिम संस्कार कराया गया।