यूपी के बिधूना सीट पर पिता- बेटी चुनावी मैदान में होंगे आमने-सामने, BJP ने खेला नया दांव
यूपी की बिधूना सीट पर मुकाबला दिलचस्प, बागी विधायक विनय शाक्य की बेटी हो BJP ने दिया टिकट
लखनऊ: इस यूपी के चुनावी दंगल में कई परिवार आमने-सामने आने वाले हैं. यूपी विधानसभा के पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को होने जा रहा है. वहीँ चुनाव के नजदीक आते ही पार्टियों के साथ जनता के बेच इसका खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है. इस बार राज्य के कई सीटों पर परिवार के लोग आमने-सामने आ चुके हैं.
ऐसे में औरेया जिले की विधूना सीट पर अब पिता पुत्री चुनाव मैदान में आमने सामने हैं. असल में इस सीट के मौजूदा विधायक विनय शाक्य बागी रुख अपनाकर पिछले दिनों भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. वहीं इस सीट पर बीजेपी ने अब उनकी बेटी रिया शाक्य को टिकट दिया है. जिसके बाद विधुना सीट पर चुनावी मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
दरअसल बीजेपी ने शुक्रवार को जारी प्रत्याशियों की सूची में नया प्रयोग किया और पार्टी ने पार्टी के बागी विधायक विनय शाक्य की बेटी रिया शाक्य को मैदान में उतारा है. जबकि विनय शाक्य सपा से चुनावी मैदान में उतरे हैं. यानी सियासी मैदान में अब पिता और पुत्री आमने सामने होंगे. हालांकि जीत किसी भी दल की हो, लेकिन जीत शाक्य परिवार की ही होगी. क्योंकि सीट पर मुकाबला बीजेपी और एसपी के बीच ही है. बाकी सियासी दल मैदान से दूर हैं. वहीं रिया शाक्य को बीजेपी द्वारा टिकट दिए जाने के बाद सोशल मीडिया में खबर वायरल होने लगी कि बीजेपी बेटियों और महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित है और राज्य में महिलाओं की रक्षा भाजपा सरकार ही कर सकती है.
मुलायम सिंह की बहू अपर्णा ने थामा भाजपा का हाथ
बता दें रिया के अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य बीजेपी सांसद हैं, जबकि उनके पिता एसपी में जा चुके हैं. वहीं मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल हो गई हैं. जो एसपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. खासतौर पर मुलायम सिंह यादव परिवार के लिए. क्योंकि अपर्णा के जरिए भाजपा ने सपा में सेंध लगाई है. पिछले दिनों ही बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री अनुराग ने चुटकी ली थी कि बेटियां सिर्फ बीजेपी में ही सुरक्षित हैं.
भाजपा अब तक 195 सीटों पर दे चुकी है टिकट
भाजपा अभी तक अपने 195 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है. इसमें पार्टी ने 76 सीटें ओबीसी वर्ग, 38 सीट दलित, 33 ठाकुर, 24 ब्राह्मण, 13 सीटों पर वैश्यों, छह सीटों पर पंजाबी समुदाय, तीन सीटों पर त्यागी और दो सीटों पर कायस्थ वर्ग को टिकट दिए हैं.