UP के 24 जिलों में बाढ़ से विकट हुए हालात तो, CM योगी ने किया ये काम
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में बाढ़ (Flood) के हालात दिनों-दिन गंभीर होते जा रहे हैं. 24 जिले इस वक्त बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, यमुना समेत कई नदियां उफान पर हैं. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अब बाढ़ से मोर्चा लेने के लिए निकल पड़े हैं. आपदा के दौरान ग्राउंड जीरो पर टीम लीडर के तौर पर डटे रह कर हालात से पार पाने के संकल्प के तहत वह बाढ़ से निपटने की तैयारियों को परखने और इसकी विभीषिका से प्रभावित जनता की मदद के लिए पिछले एक सप्ताह के दौरान बुंदेलखंड से पूर्वांचल तक का दौरा कर चुके हैं. उधर, सीएम योगी ने कहा, ‘हर जरूरतमंद तक पहुंचेगी मदद, यह संकल्प है.’
इस क्रम में वह अब तक बुंदेलखंड के जालौन, हमीरपुर, इटावा और औरैया का दौरा कर चुके हैं. शुक्रवार को सीएम योगी वाराणसी में थे. इस दौरान जोखिम की परवाह किये बिना बाढ़ की जमीनी हकीकत जानने के लिए उफनाती गंगा में नाव से चल दिए. आज बलिया और गाजीपुर में भी उन्होंने बाढ़ का जायजा लिया. हर दौरे में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण, बाढ़ पीड़ितों के लिए किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों का जमीनी सत्यापन, स्थानीय प्रशासन के साथ बाढ़ के हालात, राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा के साथ जरूरी निर्देश भी देते हैं. वाराणसी दौरे के दौरान तो उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मिर्जापुर, भदोही और चंदौली के बाढ़ की स्थिति एवं राहत कार्यों की भी समीक्षा की.
बता दें कि बाढ़ से अब तक प्रदेश के करीब दो दर्जन जिलों के 1200 गांव प्रभावित हैं. इनके लिए सरकार की ओर से 982 राहत शिविर बनाए गए हैं. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाने के लिए 2200 नावों लगाई गई हैं. 600 से अधिक मेडिकल टीमें लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं दी रहीं हैं. 614 बाढ़ चौकियां हालात पर लगातार नजर रखे हैं. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में अब तक करीब 2 लाख लंच पैकेट, 22 हजार राशन किट बांटे जा चुके हैं.
ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर
उत्तर प्रदेश की ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे हालात विकट हो गए हैं. गंगा नदी बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. इसके अलावा यमुना बांदा और प्रयागराज में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. शारदा नदी लखीमपुर खीरी में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, जबकि घाघरा बलिया में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. प्रदेश के 9 जिलों- इटावा, जालौन, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर, लखनऊ, बलिया, और वाराणसी में NDRF की टीमों को तैनात किया गया है.