BHU: एमसीएच विंग का फाल्स सीलिंग गिरी, लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस हिस्से में आए थे
बीएचयू में शुक्रवार को एमसीएच विंग के ओपीडी एरिया में फाल्स सीलिंग का एक हिस्सा शुक्रवार को नीचे गिर कर क्षतिग्रस्त हो गया। इससे भवन में कोई हताहत या बड़े नुकसान की तो सूचना नहीं है। कुछ कर्मचारियों ने यह भी बताया कि एयर कंडीशन की कूलिंग कम थी।
बीएचयू में शुक्रवार को एमसीएच विंग के ओपीडी एरिया में फाल्स सीलिंग का एक हिस्सा शुक्रवार को नीचे गिर गया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। बीएचयू में शुक्रवार को एमसीएच (मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य) ङ्क्षवग के ओपीडी क्षेत्र में फाल्स सीलिंग का एक हिस्सा गिर गया। हाल खाली होने की वजह से किसी को चोट नहीं आई है। एमसीएच विंग का गुरुवार को लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस हिस्से में आए थे। उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल व अन्य विशिष्ट लोग भी थे।

गनीमत है कि उद्घाटन के बाद शुक्रवार से ओपीडी चालू नहीं हुई थी, नहीं तो हादसा हो सकता था। एमसीएच विंग में भूतल पर डाक्टरों के चैंबर और ओपीडी हाल है। शुक्रवार को दोपहर में छत की फाल्स सीलिंग अचानक गिर गई। कोविड की तीसरी लहर से मां और नवजात को बचाने के लिए 100 बेड के इस अत्याधुनिक अस्पताल को बनाया गया है। वहीं, आइएमएस-बीएचयू के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) प्रो. कैलाश कुमार गुप्ता ने कहा कि शुक्रवार को तंबू आदि हटाए गए। एसी की रिपेयरिंग के साथ ही लैन और टेलीफोन केबल लगाए जा रहे हैं। ये फाल्स सीलिंग के अंदर ही होते हैं। इसलिए रिपेयरिंग कार्य के लिए फाल्स सीलिंग को खोला गया था। अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले लिया गया है। खतरे की कोई बात नहीं है। सोमवार से यहां ओपीडी शुरू हो जाएगी। बीएचयू के जनसंपर्क अधिकारी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
अस्पताल के मानक के हिसाब से एसी की हवा को नियंत्रित करने के लिए फाल्स सीलिंग को खोला गया और उनमें से चार सीलिंग गिर कर क्षतिग्रस्त हो गई। ओपीडी चालू होने से पहले हर तरह की तकनीकी समस्याओं को ठीक किया जाना जरूरी है। बता दें कि कोविड की तीसरी लहर से मां और नवजात बचाने के लिए बने इस सौ बेड के इस अत्याधुनिक अस्पताल का लोकार्पण गुरुवार को प्रधानमंत्री ने किया था। आइएमएस-बीएचयू एम एस प्रो. कैलाश कुमार गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को तंबू आदि हटाए गए। इसके साथ ही एसी रिपेयरिंग के साथ ही लैन और टेलीफोन केबल भी लगाए जा रहे हैं। फाल्स सीलिंग के अंदर ही उन्हें गुजरना होता है इसलिए रिपेयरिंग कार्य के लिए उन्हें खोला गया था। कहा कि अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले लिया गया है। कोई खतरे की बात नहीं है।
ओपीडी सेवा शुरू नहीं : महिला रोग संबंधी उपचार के लिए एमसीएच विंग, बीएचयू में ओपीडी की सेवा 16 जुलाई से शुरू करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन बांस-बल्ली हटाने को लेकर ऐसा नहीं हो सका। वहीं ओपीडी सेवा शुरू नहीं होने केे पीछे स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की अध्यक्ष प्रो. उमा पांडेय की नाराजगी को बताया जा रहा है। कारण कि बीएचयू एमसीएच विंग में पीएम के आने से पहले चिकित्सा विज्ञान संस्थान के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष प्रो. उमा पांडेय को लौटा दिया गया था। इसमें कुर्सी सीमित होने का हवाला दिया गया।
धीरे-धीरे शिफ्ट हाेगी गायनी वार्ड से सारी सुविधाएं
सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने कहा कि अभी बांस-बल्ली हटाने के साथ ही कुछ व्यवस्था को दुरूस्त होनी बाकी है। इसके बाद ही एक-दो दिन में या सोमवार से एमसीएच विंग में ओपीडी सेवा शुरू कर दी जाएगी। वहीं यहां पर पर्ची काटने के लिए एचडीएफसी बैंक काे लिखा जा चुका है। एसएस अस्पताल के डीएमएस प्रो. सौरभ सिंह ने बताया कि जल्दी ही एमसीएच विंग में पर्ची की भी सेवा शुरू हो जाएगी। इसके बाद धीरे-धीरे लेबर रूम व ओटी की भी सुविधा चालू की जाएगी। कुल दस वर्ग मीटर में बनी सौ बेड की एमसीएच विंग के निर्माण में 45.50 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसका निर्माण 2018 में शुरू किया गया और दिसंबर 2020 में बन कर तैयार हो गया।