कंगाल हो चुका है इमरान की अगवाई में पाकिस्तान, पाकिस्तानी ही दे रहे हैं गालियां
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बाहरी देशो कर साथ ही अपने ही देश मे भी आलोचनाएं झेलनी पड़ रही हैं । उन्हें पाकिस्तान के विकास के लिए गलत चयन माना जा रहा है । इसकी वजह है कि उनके सत्ता में आने के बाद से ही पाकिस्तान कंगाली की और दोगुनी तेज़ी से बढ़ रहा है । रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान पूरी तरह से कर्जे में डूब चुका है ।
इमरान खान ने अगस्त 2018 में पाकिस्तान की सत्ता संभाली थी । इसके बाद से गरीबी से जूझ रहे पाकिस्तान की हालत और भी खराब हो गई है । पाकिस्तान की इकॉनिमक ग्रोथ (Economic Growth) 5.5 फीसदी से गिरकर 3.3 फीसदी पर पहुंच गई है । अगले साल तक इसके 2.4 फीसदी तक पहुंचने की आशंका है । वहीं पाकिस्तानी रुपये में भी लगातार गिरावट आ रही है । अगस्त 2018 में एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की कीमत 122 रुपये थी । लेकिन अब इसकी कीमत 156 रुपये पर पहुंच गई है । इकोनॉमिक ग्रोथ की तरह इसमें भी और गिरावट दर्ज होने की संभावना है ।
महंगाई तोड़ रही है कमर
बीते एक साल में पाकिस्तान में मंहगाई दर में भी भारी इज़ाफा हुआ है । इमरान खान के सत्ता में आने से पहले पाकिस्तान में मंहगाई दर 3.9 फीसदी थी । जो अब बढ़कर 7.3 फीसदी पर पहुंच गया है । रिपोर्ट्स की माने तो अगले साल तक यह 13 फीसदी तक पहुंच सकता है । पाकिस्तान के विदेशी निवेश में इस साल जुलाई अप्रैल के बीच 51.7 फीसदी की कमी आई है । विदेशी प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में भी 64.3 फीसदी की गिरावट आई है ।
कर्ज ज़्यादा, चुकाने के रास्ते कम
बिना इन्वेस्टमेंट के देश को चलाने के लिए पाकिस्तान को लगातार कर्ज लेना पड़ रहा है । मार्च 2019 तक पाकिस्तान पर 85 बिलियन डॉलर यानी भारतीय रुपये में 6 लाख करोड़ से ज़्यादा कर कर्ज है । पाकिस्तान ने पश्चिमी यूरोप और मध्य पूर्व के देशों से भारी भरकम कर्ज ले रखा है । पाकिस्तान को सबसे ज़्यादा कर्ज चीन ने दिया है । इसके अलावा पाकिस्तान ने कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों से लोन ले रखा है । इसके साथ ही पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(International Monetry Fund) में भी कर्ज के लिए अर्जी दी हुई है । हालांकि FATF की ग्रे लिस्ट में आ चुके पाकिस्तान को अभी तक IMF से कर्ज नही मिला है । यदि पाकिस्तान अक्टूबर तक टेरर फंडिंग के आरोप से खुद को नही बचा पाता, तो पाकिस्तान FATF की ब्लैक लिस्ट में आ जाएगा, जिसके बाद IMF से मिलने वाला लोन पाकिस्तान को नही दिया जाएगा ।
ऐसे में पाकिस्तान हर तरफ से घिरा हुआ है । देश के ऊपर जहां कर्ज़ा बढ़ता जा रहा है, वहीं देश मे कही से भी आमदनी होने के आसार नही है । ऊपर से पाकिस्तन पर ब्लैक लिस्टिंग की तलवार लटक रही है । इन सब के चलते दशकों से धर्म के नाम पर अंधे रहे लोगों की आंखे भी इमरान खान के नाम पर खुलने लगी है । इमरान खान को कश्मीर के साथ ही इन सवालों का जवाब भी देना पड़ रहा है । बेचारे इमरान!