होकर मोदी की “कश्मीर नीति” से परेशान, अब ट्विटर पर आंसू बहा रहे इमरान
कश्मीर को भारत का केंद्र-शासित प्रदेश बनाने की घोषणा करने के बाद से ही भारत के खिलाफ पाकिस्तान के बयान और धमकियों का सिलसिला जारी है। अमरीका से मदद मांगने पर खाली हाथ लौटने के बाद से ही पाकिस्तान घबराया हुआ है। इसलिए सदन में छिपे शब्दों में अफगानिस्तान से भी मदद मांगने पर पाकिस्तान नहीं रुकी। तालिबान और चीन की तरफ से मदद को साफ़ नकारे जाने के बाद अब पाकिस्तान ने ट्विटर को अपना भड़ास बॉक्स बना लिया है। रोज़ाना ट्विटर पर भारत के खिलाफ अनेको बयान और धमकी देने के साथ-साथ पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र और दूसरे राष्ट्रों से छिपे शब्दों में मदद मांगने को मजबूर हो गया है।
इमरान खान ने कहा है कि कश्मीर में कर्फ्यू है और वहां पर कश्मीरियों के साथ ज्यादती की जा रही है। इमरान खान ने दुनिया के सामने गुहार लगाते हुए कहा कि क्या वर्ल्ड लीडर्स इस मामले में कुछ पहल करेंगे। इमरान खान का आरोप है कि कश्मीर की आबादी का पैटर्न बदलने की कोशिश की जा रही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन दौरे पर हैं और चीन से जम्मू-कश्मीर पर मदद मांग रहे हैं। लेकिन वहां भी पाकिस्तान को निराशा हाथ लगी है।
पाकिस्तानी मीडिया न मनाये ईद-उल-अजहा
इस मसले पर चीन ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने के फैसले का प्रत्यक्ष रूप से जिक्र नहीं करते हुए कहा था, प्राथमिकता यह है कि प्रासंगिक पक्ष को चाहिए कि वह यथास्थिति को एकतरफा बदलने से बाज आए और तनाव न बढ़ाए। वहीं कश्मीर की जनता के साथ भावनत्मक रूप से जुड़ने के लिए पाकिस्तानी मीडिया नियामक प्राधिकरण ने मीडिया संस्थानों से निवेदन किया है कि वे ईद-उल-अजहा पर पहले से रिकॉर्ड किए कार्यक्रम या विशेष कार्यक्रमों को लाइव प्रसारित न करें। नियामक प्राधिकरण ने शनिवार को जारी एक अधिसूचना में कहा,”कश्मीर के साथ एकजुटता जताने के लिए, ईद-उल-अजहा को धार्मिक पर्व के रूप में सादगी के साथ मनाया जा रहा है। इसलिए, यह अनुरोध किया जाता है कि कोई विशेष कार्यक्रम (पहले से रिकॉर्ड या नियोजित लाइव) प्रसारित न हों। ईद के जश्न के रूप में प्रसारित होने के कारण इससे न केवल हमारे राष्ट्र, बल्कि कश्मीरी भाइयों की भावनाओं को भी चोट पहुंच सकती है।”