अवैध धर्म परिवर्तन केस: उमर गौतम, जहांगीर को 7 दिन की पुलिस रिमांड
लखनऊ. उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (UP ATS) को अवैध धर्म परिवर्तन मामले में गिरफ्तार आरोपी उमर गौतम और जहांगीर की पुलिस कस्टडी रिमांड मिल गई है. कोर्ट ने दोनों को एक हफ्ते की रिमांड पर एटीएस को सौंप दिया है. जानकारी के अनुसार रिमांड के दौरान एटीएस आरोपियों से उनके अन्य साथियों और पूरे नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश करेगी.
साथ ही यूपी एटीएस अवैध धर्म परिवर्तन कराए गए लोगों की जानकारी भी जुटाएगी. इनके इस काम में फंडिंग कहां से हो रही है, एटीएस के अधिकारी रिमांड के दौरान ये भी पता करने की कोशिश करेंगे. इस दौरान इनसे जुड़े व्यक्तिगत और संस्था के बैंक खातों पर पूछताछ की जाएगी.
1000 से ज्यादा गरीबों का धर्मांतरण कराने का आरोप
बता दें यूपी एटीएस ने लखनऊ से धर्म परिवर्तन कराने वाले को गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर अब तक 1000 से ज्यादा गरीब हिंदुओं का धर्मांतरण कराने का आरोप है. यूपी के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार का कहना है कि एक बड़ा गैंग धर्म परिवर्तन में लगा है. यह पैसे और अन्य प्रलोभन से धर्मांतरण कराता था. इसी मामले में पहले बाटला हाउस, नई दिल्ली के उमर गौतम को गिरफ्तार किया गया. फिर उसे साथी जहांगीर को भी गिरफ्तार किया गया
ये दोनों भय और प्रलोभन से धर्मांतरण कराते थे. पता चला कि ये लोग मोटिवेशनल थॉट के जरिए हिंदुओं का धर्मांतरण करते थे. एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार के मुताबिक, धर्मांतरण करके लोगों को रेडिकलाइज कराया जा रहा था.
यूपी के तीन प्रमुख जिलों में सबसे ज्यादा मामले
एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि यह दोनों मौलाना ने मूक-बधिर बच्चों, महिलाओं का धर्मांतरण कराया है. यही नहीं, महिलाओं का धर्मांतरण कराने के बाद शादी भी कराई गई है. यह दोनों महिलाओं की मुसलमान युवाओं से शादी करवाने के अलावा पूरे कागजात तैयार भी करवाते थे. यूपी एटीएस के मुताबिक, धर्मांतरण का काम नोएडा, कानपुर, मथुरा और देश के अन्य प्रदेशों में हो रहा है.