पटना के लोगो का फैसला अगर इस बार नाले की समस्या पूरी नहीं की गई वोट का होगा बहिष्कार, नोटा पर बटन दबाने का फैसला
पटना को पेरिस बनाया जाएगा यह बातें हमेशा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा करते थे कि लेकिन बिहार की राजधानी पटना में नगर विकास मंत्री नगर आयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री तमाम बड़े लोग बैठते हैं। लेकिन पटना पेरिस बनाने के बजाय और नरक की स्थिति बनती जा रही है।
पटना का मंदिरी मोहल्ला में लाखों की संख्या पर लोग रहते हैं लेकिन खुले नाले के वजह से कई सालों से यहां लोग बीमारी की चपेट में आते जा रहे हैं इस समस्या को लेकर वर्तमान सांसद रविशंकर प्रसाद और वर्तमान विधायक नितिन नवीन से लोगों ने कई बार शिकायत की और शिकायत को लेकर नाला पाटने का भी कार्य शुरू हुआ। लेकिन लोगों ने आरोप लगाया कि वर्तमान विधायक नितिन नवीन को मन लायक एजेंसी नहीं मिलने के कारण काम को रुकवा दिए मोहल्ला के रहने वाले लोगो मे ये गुस्सा है। इस पूरे मामले को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा 2020 में बिहार विधानसभा का चुनाव होगा और ऐसे में तमाम स्थानीय रहने वाले लोगों ने यह सीधे तौर पर खुले तौर पर ऐलान कर दिया है कि इस बार अगर नाले की समस्या पूरी नहीं की जाएगी। तो इस बार वोट का बहिष्कार करेंगे और नोटा पर बटन दबायेंगे लोगों का आरोप है कि कई बार वर्तमान विधायक नितिन नवीन जब 2015 में चुनाव लड़ रहे थे।
तो उन्होंने वादा किया था कि समस्या को दूर किया जाएगा और नाला पाटने का जो कार्य था वह भी शुरू हुआ लेकिन एजेंसी मन लाइक नहीं मिलने के कारण काम को उन्होंने रुकवा दिया जिसका खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है 2 दिनों से लोग धरना दे रहे हैं उपवास कर रहे और सीधे तौर पर कहा है कि अगर विधायक के पास कई बार गए लेकिन किसी ने हमारी फरियाद नहीं सुनी एक बार हमारी मांगे नहीं पूरी की जाएगी। इस बार विधायक को परिणाम हार के साथ भुगतना पड़ेगा।