सीना चीर लूंगा तो अखिलेश जी की मूर्ति निकलेगी- नए नवेले कार्यकर्ता
समाजवादी पार्टी में इस वक्त कई सारे नए नवेले कार्यकर्ता आ रहे हैं यह कार्यकर्ता दूसरी पार्टियों से अब समाजवादी पार्टी की तरफ रुख कर रहे हैं मगर जब इनकी बात आप सुनेंगे तो आपको लगेगा कि यह पुराने कार्यकर्ताओं से भी बड़े समाजवादी कार्यकर्ता है जिस तरीके से इन कार्यकर्ताओं को अब अपने नए नेता के प्रति प्रेम मंच से न्योछावर कर रहे हैं इससे लगता है कि समाजवादी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता भी अखिलेश यादव से इतना प्रेम नहीं करते होंगे जितना अब नए नवेले नेता याद नए नवेले कार्यकर्ता करना शुरू कर दिए हैं अभी कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और बसपा के कुछ पुराने नेता पूर्व सांसद पूर्व विधायक और ब्लॉक प्रमुख जैसे नेता के साथ तमाम कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और एक सुर में 2022 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया साथ में 24 का भी संकल्प ले लिया कि 24 में अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री बनाएंगे मगर उसी दौरान सभी नेता एक लाइन से अपनी बात मंच पर आकर रख रहे थे उसी बीच एक नेता पहुंचे नए नवेले उन्होंने कहा अगर हम अपना सीना चीर के दिखा देंगे तो सीने के अंदर से अखिलेश जी की मूर्ति निकलेगी यह बात अखिलेश भी बैठकर सुन रहे थे और उनके कार्यकर्ता और पत्रकार गढवी मगर किसी ने कहा नहीं आखिर यह कैसे हो सकता है, मगर नई नवेले नेता जी ने कह दिया तो कह दिया इन नेता जी का नाम था, हाफिज रशीद खान (ब्लाक प्रमुख) फिलहाल नेताजी अब बसपा से सपा में आ गए हैं मगर सवाल बड़ा है क्या बसपा में भी सीने के अंदर अखिलेश यादव की मूर्ति थी या बहन जी की