आज़ादी के अमृत महोत्सव में आईसीसीआर ने लिया ये बड़ा कदम ‘जश्न ए लोकतंत्र’

आज़ादी का जश्न मनाने के लिए  पिछले 75 साल से कई संगठन नई नई नीतियों के साथ आज़ादी का जश्न मनाती है लेकिन आईसीसीआर ना केवल भारत

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आज़ादी का जश्न मनाने के लिए  पिछले 75 साल से कई संगठन नई नई नीतियों के साथ आज़ादी का जश्न मनाती है लेकिन आईसीसीआर ना केवल भारत की  आज़ादी  बल्कि लोकतंत्र की आज़ादी का जश्न मनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है !

आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए आईसीसीआर ने ‘जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क कार्यक्रम ‘ आयोजित किया है जिसमें कई डेमोक्रेटिक देशों से राजनेता भारत आएंगे और आइसीसीआर उनका सम्मान करेगी व भारत की संस्कृति से उनका परिचय कराएगी

 

भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है जो व्यापक रूप से विदेशों में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने तथा शेष विश्व के साथ सांस्कृतिक संबंधों को बेहतर बनाने हेतु अधिदेशित है। इसके क्रियाकलापों में सांस्कृतिक, शैक्षिक तथा बौद्धिक आदान प्रदान शामिल है।

 

आजादी के अमृत महोत्सव (एकेएएम) के भाग के रूप में भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष और भारत के गरिमापूर्ण इतिहास, संस्कृति तथा उपलब्धियों को मनाने के लिए, आईसीसीआर दिनांक 08 अगस्ति से 17 अगस्त, 2022 तक पांच देशों पैराग्वे, युगांडा, थाईलैंड, मारीशस तथा चेक गणराज्य के युवा नेताओं के साथ ‘जेन नेक्सट डेमोक्रेसी नेटवर्क कार्यक्रम’ के चौथे बैच की मेजबानी करेगा। प्रतिनिधिमंडलों का स्वागत करने के लिए दिनांक 08 अगस्त, 2022 को एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जा रहा है जहाँ सांस्कृतिक कलाकार भारत की विभिन्न नृत्य शैलियों को प्रस्तुत करेंगे।

 

यह युवा प्रतिनिधि, राजनीतिक दलों (सत्ता पक्ष तथा प्रतिपक्ष दोनों) के सदस्य उद्यमी तथा अपने संबंधित देशों में उभरते हुए नेता हैं। कार्यक्रम के दौरान, प्रतिनिधिमंडल भारत की संसद, आवर्जबर रिसर्च फॉउंडेशन (ओआरएफ), पीएचडी चौम्बकर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री, प्रधानमंत्री संग्रहालय, लाल किला, ताजमहल, भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की), भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई), मैसूर महल, मनीपाल एकेडमी ऑफ हॉयर एजूकेशन तथा सांस्कृतिक और शैक्षिक महत्व के अन्य स्थानों का दौरा करेंगे। राज्यों में आईसीसीआर के पहुंच क्रियाकलापों के भाग के रूप में, वे कर्नाटक का दौरा करेंगे जहाँ वे माननीय मुख्यमंत्री से भेट करेंगे और शैक्षिक, सांस्कृतिक, एतिहासिक महत्व के संस्थानों के साथ विभिन्न दौर की चर्चा करेंगे। वे भारत के विशिष्ट युवा मंत्रियों तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों के साथ बातचीत करेंगे।

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