मैं चमार हूं इसलिए, तिरंगा छूने की इजाजत नहीं दी गई:मध्य प्रदेश
स्वतंत्रा दिवस के मौके पर, दलित सरपंच ने लगाया आरोप।
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दतिया: मध्यप्रदेश के विदिशा में स्वतंत्रा दिवस के मौके पर एक सरपंच ने आरोप लगाया है कि उन्हें दलित होने की वजह से तिरंगा नहीं फहराने दिया गया।
विदिशा जिले के सिरोंज में भगवंतपुर ग्राम पंचायत के सरपंच बारेलाल अहिरवार का आरोप है कि स्कूल की प्रिंसिपल उनसे हरिजन होने के कारण चिढ़ती हैं।दूसरी तरफ सामने आए एक वीडियो में देखा जा सकता है ।कि प्रिंसिपल सरपंच से अनुरोध करती हैं ।कि वह आए और झंडा फहराए लेकिन सरपंच कहते हैं कि अब जब आपने झंडा किसी और फहरवा लिया है ।तो अब नहीं जाऊंगा। पूरा मामला मध्य प्रदेश के दतिया जिले में एक दलित गांव के सरपंच को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कथित तौर परराष्ट्रीय ध्वज फहराने से रोका गया।
जैसे ही एक स्कूल में समारोह आगे बढ़ा, दलित सरपंच बारेलाल अहिवार ने आरोप लगाया कि एक उच्च जाति के शिक्षक ने उन्हें झंडा फहराने की अनुमति नहीं दी। “मैं चमार हूं। इसलिए मुझे झंडे को छूने की इजाजत नहीं दी गई।मेरा अपमान किया गया उन्होंने कहा।
बाद में उन्होंने इस कदम के खिलाफ विरोध जताया और शिक्षक पर अपने समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया।