जेल में बंद मसर्रत आलम को बनाया गया हुर्रियत प्रमुख
जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद जेल में बंद उनके क़रीबी मसर्रत आलम भट को ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस के गिलानी गुट का अध्यक्ष बनाया गया है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस ने मंगलवार को मीडिया में जारी एक बयान में कहा कि श्रीनगर में हुई पार्टी की एक बैठक में ये फ़ैसला लिया गया है.
इस बैठक में मसर्रत आलम को अध्यक्ष, शब्बीर अहमद शाह और ग़ुलाम अहमद गुलज़ार दोनों को उपाध्यक्ष चुना गया है.
कश्मीर में साल 2010 में विरोध-प्रदर्शन के दौरान ”पोस्टर ब्वॉय” के रूप में पहचाने जाने वाले मसर्रत आलम आतंकी संगठनों को वित्त पोषण करने के आरोप में जेल में बंद हैं. शब्बीर शाह भी इस समय जेल में हैं.
हुर्रियत नेता मसर्रत आलम जम्मू-कश्मीर मुस्लिम लीग के अध्यक्ष हैं. एक आंदोलन में उनकी कथित भूमिका को लेकर अक्टूबर 2010 में उन्हें गिरफ़्तार किया गया था. इसके बाद उन पर और भी मामले दर्ज किए गए हैं.
उन्हें मार्च 2015 में रिहा किया गया था, लेकिन इसका विरोध होने के कारण उन्हें अप्रैल में फिर से गिरफ़्तार कर लिया गया.
हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस के गिलानी गुट के अध्यक्ष का पद 29 जून, 2020 से खाली है जब सैयद अली शाह गिलानी ने ख़ुद को हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस से अलग कर लिया था. उन्होंने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद हुर्रियत के नेताओं पर कुछ ना करने का आरोप लगाया था.