Pakistan में इमरान खान की रिहाई के लिए विशाल प्रदर्शन, इस्लामाबाद में लॉकडाउन हटाया गया

Pakistan में इमरान खान की रिहाई को लेकर विरोध बढ़ता ही जा रहा है। सरकार ने लॉकडाउन हटाकर स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश की,

इस्लामाबाद में संकट: पुलिस कार्रवाई और लॉकडाउन

Pakistan में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए एक विशाल विरोध प्रदर्शन ने राजधानी इस्लामाबाद को घेर लिया था। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के संस्थापक इमरान खान की जल्द रिहाई की मांग करते हुए राजधानी की ओर मार्च किया। इस विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सरकार ने इस्लामाबाद में कड़ा लॉकडाउन लागू किया था और पुलिस बल की तैनाती की थी। लेकिन पुलिस की सख्त कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद प्रदर्शनकारियों की संख्या में इजाफा होता गया। अंततः, पुलिस की कड़ी कार्रवाई और सरकारी सुरक्षा बलों की मौजूदगी के बावजूद विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिसके बाद सरकार ने इस्लामाबाद से लॉकडाउन हटा लिया।

इमरान खान की गिरफ्तारी और विरोध की वजह

इमरान खान, जो Pakistan के सबसे प्रमुख विपक्षी नेता हैं, को कुछ समय पहले भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। PTI पार्टी और उनके समर्थक इसे एक राजनीतिक साजिश मानते हैं, जिसके तहत इमरान खान को न केवल उनके पद से हटाया गया, बल्कि उनके खिलाफ कानून का दुरुपयोग भी किया जा रहा है। इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद, उनके समर्थकों ने देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए थे, जिनमें सबसे बड़ा प्रदर्शन इस्लामाबाद में हुआ।

किसने किया विरोध का नेतृत्व?

विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व Pakistan तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी ने किया। PTI के सदस्य और इमरान खान के समर्थक उनकी गिरफ्तारी को पाकिस्तान की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ मानते हुए उनके शीघ्र रिहाई की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इमरान खान को राजनीति से बाहर करने के लिए उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। PTI पार्टी का आरोप है कि यह सब सरकार द्वारा किया गया एक सुनियोजित षड्यंत्र है ताकि इमरान खान को राजनीतिक मैदान से बाहर किया जा सके।

Pakistan में राजनीतिक तनाव

Pakistan में इमरान खान के खिलाफ आरोपों और गिरफ्तारी को लेकर बढ़ता हुआ राजनीतिक तनाव देश के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। उनके समर्थकों का मानना है कि सरकार उनके लोकप्रियता को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इमरान खान के खिलाफ गिरफ्तारी और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर अब तक कई बड़े विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं, जो केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि पाकिस्तान की न्यायिक व्यवस्था और नागरिक स्वतंत्रता पर भी सवाल उठाने वाले बन गए हैं।

पुलिस कार्रवाई और विरोध का बढ़ता दायरा

पुलिस ने इस्लामाबाद और अन्य प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए बल प्रयोग किया और कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया। फिर भी, विरोध प्रदर्शन अपने चरम पर पहुंच गया, और सरकार ने स्थिति को संभालने के लिए इस्लामाबाद में कर्फ्यू और अन्य कड़े कदम उठाए। इस सबके बावजूद, PTI और इमरान खान के समर्थक अपनी मांगों पर अडिग रहे। उनका कहना था कि जब तक इमरान खान की रिहाई नहीं होती, वे शांत नहीं बैठेंगे।

सरकार और विपक्ष के बीच टकराव

इस विरोध प्रदर्शन ने पाकिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई रेखा खींच दी है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PML-N) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) जैसे मुख्य विपक्षी दल इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ आरोपों को सही ठहराते हैं, जबकि PTI पार्टी और उनके समर्थक इसे राजनीतिक प्रतिशोध मानते हैं। विरोध प्रदर्शन ने पाकिस्तान की राजनीति को और अधिक ध्रुवीकृत कर दिया है, जहां दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति में हैं।

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Pakistan में इमरान खान की रिहाई को लेकर विरोध बढ़ता ही जा रहा है। सरकार ने लॉकडाउन हटाकर स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश की, लेकिन विरोध प्रदर्शनों ने एक राजनीतिक उथल-पुथल पैदा कर दी है। अब देखना यह है कि क्या सरकार और विपक्ष के बीच का यह तनाव किसी राजनीतिक समाधान की ओर बढ़ेगा, या फिर यह विरोध और भी गहरा होगा।

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