5 CEOs के साथ कैसी रही पीएम मोदी की बैठकें, भारत को क्या मिलेगा फायदा? जानें सबकुछ
वॉशिंगटन. तीन दिनों के दौरे पर अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पहले दिन 5 वैश्विक कंपनियों के CEOs के साथ चर्चा की. उम्मीद की जा रही है कि ये बैठकें भारत में बड़े निवेश को आकर्षित कर सकती हैं. कोविड-19 (Covid-19) के चलते अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा था, ऐसे में पीएम मोदी की कॉर्पोरेट दिग्गजों के साथ इन मीटिंग्स को काफी अहम माना जा रहा है. शुक्रवार को पीएम क्वालकॉम (Qualcomm), अडोबी (Adobe), फर्स्ट सोलर (First Solar), जनरल एटॉमिक्स (General Atomics) और ब्लैकस्टोन (Blackstone) के शीर्ष अधिकारियों से मिले.
प्रधानमंत्री मोदी ने जापान, अमेरिका, और ऑस्ट्रेलिया के प्रमुखों के साथ द्वपक्षीय वार्ता से पहले सीईओ के साथ चर्चा की थी. अमेरिकी सरजमीं पर कदम रखने के साथ ही पीएम मोदी की बड़ी बैठकों का दौर जारी है. वे रविवार को नई दिल्ली वापस लौटेंगे. अब समझते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के अधिकारियों के साथ हुई पीएम की इस बैठक के मायने क्या हैं
क्वालकॉम
पीएम मोदी सबसे पहले क्वालकॉम के सीईओ क्रिश्चियानो आर अमोन से मिले. यह कंपनी सेमीकंडक्टर्स, सॉफ्टवेयर और वायरलैस टेक्नोलॉजी से जुड़े क्षेत्रों में काम करती है. सरकारी सूत्रों का कहना है कि कंपनी ने भारत के साथ काम करने का उत्साह जताया है. हालांकि, मौजूदा दौर में भी क्वालकॉम की भारत में मजबूत उपस्थिति है. कंपनी यहां रिसर्च और डेवलपमेंट में काम कर रही है. सूत्रों का कहना है सीईओ अमोन ने कहा, ‘भारत के लिए यह सही समय है, जब वह भारतीय बाजार के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य देशों को सेवाएं देने की भी योजना बनाए.’ सूत्र बताते हैं कि अमोन ने सेमी कंडक्टर्स के क्षेत्र में भी भारत के साथ साझेदारी करने में दिलचस्पी दिखाई है.
अडोबी
इसके बाद मोदी अडोबी के सीईओ शांतनु नारायण से मिले. सरकारी सूत्रों का कहना है कि नारायण ने कोविड के खिलाफ जंग में भारत के प्रयासों और खासतौर से तेज टीकाकरण की तारीफ की है. सूत्रों ने कहा कि उन्होंने भारत की आजादी के 75वें वर्ष के मौके पर कुछ योगदान देना चाहते हैं. सीईओ ने कहा कि वे भारत में हर बच्चे के लिए वीडियो और एनिमेशन लाना चाहते हैं. पीएम और सीईओ ने भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कुछ नए सेंटर्स भारत में खोलने की बात पर जोर दिया.
फर्स्ट सोलर
सरकारी सूत्रों का कहना है कि कंपनी के सीईओ ने मार्क विड्मर ने जलवायु परिवर्तन और संबंधित उद्योगों को लेकर भारत की नीतियों पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रही कंपनियां भारत की PLI योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा पाएंगी. इस दौरान पीएम ने भारत के ग्रीन डायड्रोजन मिशन के बारे में भी बात की. सूत्रों ने कहा कि बैठक में सीईओ और पीएम मोदी दोनों भारत में सोलर निर्माण को बेहतर बनाने की बात पर सहमत हुए. यह क्षेत्र में मौजूद अन्य देशों के लिए भी फायदेमंद होगा.
जनरल एटॉमिक्स
सरकारी सूत्र बताते हैं कि सीईओ विवेक लाल ने कहा कि ड्रोन के क्षेत्र में भारत की नीतियां और सुधार तारीफ के काबिल हैं. पीएम मोदी ने भारत की उदार ड्रोन नीति और PLI योजना के तहत निर्माण के क्षेत्र में मौकों के बारे में बात की. लाल ने यह भी कहा कि ड्रोन के निर्माण के लिए भारत एक अच्छी जगह है. सूत्र बताते हैं कि सीईओ ने यह भी कहा कि ड्रोन्स के ईको सिस्टम को मदद करन के लिए भारत में एक समर्पित ड्रोन हब तैयार हो सकता है. सूत्रों ने कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी भारत के सुधारों की लाल ने तारीफ की.
ब्लैकस्टोन
कंपनियों के अधिकारियों के साथ मुलकात के दौर में पीएम मोदी अंत में ब्लैकस्टोन के सीईओ स्टीफन ए श्वार्जमैन से मिले. श्वार्जमैन ने भारत में ब्लैकस्टोन के निवेश और इसे बढ़ाने को लेकर बात की. सूत्रों ने बताया कि पीएम ने कहा कि भारत में ब्लैकस्टोन की साझेदारी बढ़ाए जाने की काफी संभावनाए हैं और भारत में हुए सुधारों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से एसेट मॉनेटाइजेशन और बैड बैंक को लेकर बात की. सीईओ ने कहा कि वे भारत की क्षमताओं को लेकर बहुत आशावादी हैं बताया कि यह तेज विकसित होते देशों में से एक है. उन्होंने भारत की तरफ से किए गए सुधारों की भी तारीफ की.