साधना से कैसे मिले थे मुलायम !
आज मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नि साधना गुप्ता की मेदांता हॉस्पिटल में मौत हो गई बताया जा रहा है साधना को लंबे समय से फेफड़ों
आज मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नि साधना गुप्ता की मेदांता हॉस्पिटल में मौत हो गई बताया जा रहा है साधना को लंबे समय से फेफड़ों में इन्फेक्शन था , लेकिन इस बीच क्या आप जानते है कि साधना और मुलायम की मुलाकात हुई कैसे? कैसे साधना गुप्ता मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी बनी? कैसे मुलायम और साधना ने अपना ये रिश्ता सालो साल का दुनिया की नजरो से छुपा का कर रखा था,
दरसअल अपनी पहली पत्नी मालती देवी की मौत के बाद ही मुलायम ने 23 मई 2003 को साधना गुप्ता को अपनी पत्नी का दर्जा दिया था जो उनसे उम्र में 20 साल छोटी हैं। कहा जाता है कि मुलायम सिंह और साधना गुप्ता, मुलायम की मां की वजह से करीब आए। दरअसल मुलायम सिंह की मां मूर्ति देवी बीमार रहती थी और लखनऊ के बाद उनका सैफई मेडिकल कॉलेज में जब इलाज कराया गया तो साधना ने एक नर्स के तौर पर उनकी देखभाल की। यहां मुलायम साधना से काफी इंप्रेस हुए और धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ी। यह बात उस दौरान की है जब न तो समाजवादी पार्टी थी न ही राष्ट्रीय लोकदल। उस समय औरैया जिले के बिधूना जिले के रहने वाले कमलापति की 23 वर्षीय बेटी भी नर्सिंग की ट्रेनिंग ही ले रही थी। लेकिन वह राजनीति में कुछ करना चाहती थी और उसने कई राजनीतिक कार्यक्रमों में शिरकत भी की। इसी बीच वह खूबसूरत लड़की मुलायम सिंह यादव सिंह यादव से टकरा गई। उस लड़की का नाम और कुछ नहीं साधना गुप्ता था। उस दौरान क्या हुआ और क्या नहीं यह तो दोनों के अलावा सिर्फ एक शख्स ही जानता था जो अब इस दुनिया में नहीं है। उसका नाम था अमर सिंह।
कहा जाता है कि कई साल तक किसी को पता नहीं था कि मुलायम सिंह को इश्क हो गया है, हां अमर सिंह ये जरूर जानते थे। कहा जाता है कि एक बार जब मुलायम ने अखिलेश की साधना से मुलाकात करवाई तो उन्हें वो अच्छी नहीं लगी। साधना गुप्ता समाजवादी पार्टी के ही एक कार्यकर्ता कमलापति की बेटी थी। साधना गुप्ता की 1986 में चंद्रप्रकाश गुप्ता शादी भी हुई लेकिन यह ज्यादा नहीं चल सकी और जल्द ही दोनों अलग हो गए। बाद में साधना और मुलायम में मुलाकातें होते रहती थी।
कहा जाता है कि 1994 में जब प्रतीक यादव ने स्कूल के एक फॉर्म में अपने पिता का नाम एमएस यादव और पते में मुलायम सिंह यादव के दफ्तर का पता दिया तो तब कुछ लोगों को इस बारे में भनक लगी। 2003 में जब मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी का निधन हुआ तो बाद में मुलायम ने साधना को अपनी पत्नी का दर्जा दे दिया। 2007 में मुलायम ने अपने खिलाफ चल रहे आय से अधिक संपत्ति वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक शपथपत्र देते हुए स्वीकार किया कि साधना गुप्ता उनकी पत्नी और प्रतीक उनका बेटा है।
सच पूछिए तो साधा वास्तविकता में मुलायम की जिंदगी में 1988 में आईं और 1989 में मुलायम सीएम बन गए। इसके बाद से ही वह साधना को लकी मानने लगे। यह सब कुछ पता तो सबको था लेकिन घर में कोई कहता कुछ नहीं था। यह सब सामने तब आया जब मुलायम ने 2007 में आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक शपथपत्र दिया। इसमें मुलायम ने लिखा कि, “मैं स्वीकार करता हूं कि साधना गुप्ता मेरी पत्नी और प्रतीक मेरा बेटा है।”
ऐसे में साधना गुप्ता का मुलायम सिंह यादव व परिवार से चले जाना एक बहुत ही कठिन समय है!.