व्हाट्सएपफेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन और यूट्यूब का इस्तेमाल आप ‘मुफ्त’ में करते हैं तो ये कंपनियां पैसा कहां से कमाती हैं?
किसी को मैसेज भेजना हो या कोई वीडियो देखना; जॉब के लिए कनेक्शन खोजना हो या किसी मुद्दे पर अपनी राय जाहिर करना, ऐसे कामों के लिए वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन और यूट्यूब जैसे ऐप्स हमारी जिंदगी का जरूरी हिस्सा बन गए हैं। खास बात यह है कि ये ऐप्स अपनी सुविधाओं के बदले हमसे कोई फीस नहीं लेते।
क्या आपने कभी सोचा है कि मुफ्त सेवाएं देने के बावजूद ये दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई वाली कंपनियों में कैसे शामिल हैं? हम यहां आपको इन कंपनियों की कुल आमदनी, यूजर्स की संख्या और रेवेन्यू मॉडल, यानी कमाई के तरीके बता रहे हैं। पूरा सिस्टम जानने के बाद शायद आप इन ऐप्स को ‘मुफ्त’ समझना छोड़ देंगे…
1. वॉट्सऐपः बिजनेस API सब्सक्रिप्शन और क्लिक टु ऐड से कमाई
वॉट्सऐप फिलहाल दो तरीके से पैसे कमाता है। पहला वॉट्सऐप बिजनेस API सब्सक्रिप्शन से और दूसरा क्लिक टु वॉट्सऐप ऐड से। बिजनेस वाले लोगों के लिए वॉट्सऐप बल्क SMS और ऑटो SMS जैसी प्रीमियम सर्विस देता है। इसके लिए पैसे चार्ज करता है। इसके अलावा आपने कई ऐड्स देखे होंगे जिसमें डायरेक्ट वॉट्सऐप पर कनेक्ट होने का विकल्प होता है। इस सर्विस के बदले भी वॉट्सऐप पैसे चार्ज करता है।
इन दोनों तरीकों से 2020 में वॉट्सऐप ने 37 हजार करोड़ रुपए कमाए हैं। वॉट्सऐप के सिर्फ भारत में 40 करोड़ यूजर्स हैं। कंपनी ने 2019 में भारत में 6.84 करोड़ रेवेन्यू रिपोर्ट किया है, जिसमें 57 लाख मुनाफा है। भविष्य में वॉट्सऐप पेमेंट और वॉट्सऐप स्टेटस में ऐड्स के जरिए भी कमाई की जा सकती है।
2. फेसबुक: विज्ञापनों से होती है 98% कमाई
फेसबुक के रेवेन्यू का प्राइमरी सोर्स ऐड सेल्स हैं। फेसबुक अपनी वेबसाइट और ऐप पर विज्ञापन देता है। फेसबुक ने साल 2020 में 6.38 लाख करोड़ रुपए रेवेन्यू जुटाया है। इसमें विज्ञापनों की हिस्सेदारी 98% है। इसमें 45% कमाई US और कनाडा से होती है। बाकी 55% कमाई दुनिया के बाकी हिस्सों से होती है। 2020 में भारत से फेसबुक ने 9 हजार करोड़ रुपए कमाए हैं।
3. ट्विटरः एडवर्टाइजिंग सर्विस और डेटा लाइसेंसिंग से कमाई
ट्विटर की कमाई के दो बड़े सोर्स हैं। एडवर्टाइजिंग सर्विस से ट्विटर का 86% रेवेन्यू आता है। डेटा लाइसेंसिंग और अन्य सोर्स से 14% रेवेन्यू आता है। 2020 में ट्विटर ने 28 हजार करोड़ रुपए की कमाई की है। इसमें भारत से होने वाली कमाई महज 56 करोड़ रुपए है।
एडवर्टाइजिंग सर्विस में प्रोडक्ट्स का प्रमोशन, ट्वीट्स का प्रमोशन, अकाउंट्स का प्रमोशन, ट्रेंड्स का प्रमोशन शामिल है। ट्विटर ने ऐसा सिस्टम बनाया हुआ है कि ऐड सही यूजर की टाइमलाइन पर दिखता है। इसके अलावा ऐसे लोग जो ट्विटर पर हिस्टोरिकल और रियल टाइम डेटा देखना चाहते हैं उनके लिए सब्सक्रिप्शन मॉडल है।
4. लिंक्डइनः प्रीमियम सब्सक्रिप्शन और एडवर्टाइजिंग से कमाई
लिंक्डइन की बेसिक सर्विस फ्री है, लेकिन अलग-अलग सर्विस के लिए ये पैसे चार्ज करता है। लिंक्डइन रिक्रूटर सर्विस से लिंक्डइन का 65% रेवेन्यू आता है। लिंक्डइन की प्रीमियम सर्विस के जरिए 17% रेवेन्यू आता है। लिंक्डइन अपने प्लेटफॉर्म पर एडवर्टाइजिंग के जरिए 18% रेवेन्यू कमाता है। कंपनियां, ब्रांड्स और कैंडीडेट्स अपने ऐड शोकेस करवाते हैं। 2018 के आंकड़ों के मुताबिक लिंक्डइन का भारत में रेवेन्यू 548 करोड़ रुपए था।
5. यूट्यूबः विज्ञापन से होती है सबसे ज्यादा कमाई
यूट्यूब की कमाई का प्रमुख सोर्स एडवर्टाइजिंग है। यूट्यूब प्रीमियम जैसे सब्सक्रिप्शन से भी पैसे कमाता है। इसके अलावा सुपरचैट, चैनल मेंबरशिप वगैरह से क्रिएटर्स को जो कमाई होती है, यूट्यूब उसमें भी अपनी हिस्सेदारी लेता है।