नेता से कैसे लेखक बने सतीश उपाध्याय, इस वीडियो की खूब हो रही चर्चा
सतीश उपाध्याय की कविताओं के इस वीडियो एलबम को टी-सीरिज ने “गलतफ़हमियाँ” नाम से जारी किया है।
नई दिल्ली। समाज में रहकर एक नहीं, कई रूपों में आम लोगों के बीच आने का हुनर विरले लोगों में होता है। पहले जिन्हें आप और हम नेता मान चुकें। सियासत की गलियारों में चहलकदमी करते देख रहे थे, वो उसके बाद लेखक बन गए। चर्चा तो अब होने लगी, जब उनके गानों का वीडियो लॉन्च हुआ और हर किसी के जुबां पर उनकी ही चर्चा है।
ये कोई और नहीं, बल्कि दिल्ली प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पार्टी के सीनियर नेता सतीश उपाध्याय हैं। कुछ समय पहले सतीश उपाध्याय की कविताओं का संग्रह “ज़िंदगी चलते चलते” प्रकाशित हुआ था। 51 कविताओं का यह संग्रह यश पब्लिकेशन्स ने प्रकाशित किया था। अब इस संग्रह पर एक वीडियो एलबम लॉन्च किया गया है।
सतीश उपाध्याय की कविताओं के इस वीडियो एलबम को टी-सीरिज ने “गलतफ़हमियाँ” नाम से जारी किया है। लेखक लोगों को गलतफहमी से दूर रहने की बात कहता है-
गलतफहमियां एक खौफनाक मंजर हैं,
ये जिंदगी के लिए एक खंजर हैं,
सोचो, समझो और पहचानो इनको
कभी ना आने दो इन्हें पास
ना करो अपने दिल को उदास।
इसमें कविताओं के साथ-साथ स्वर भी सतीश उपाध्याय का ही है। खास बात ये रही है कि ये कविताएं कागज पर नहीं लिखी गई, बल्कि रोज़मर्रा का काम करते हुए उपाध्याय ने व्हाट्सअप पर ही लिखीं।