राजस्थान कांग्रेस को लेकर दिल्ली में हलचल
एक सप्ताह में दूसरी बार राहुल गांधी से मिले सचिन पायलट, सत्ता-संगठन में बड़े बदलाव के संकेत
पंजाब की तर्ज पर अब राजस्थान कांग्रेस में भी बदलाव का ब्लू प्रिंट तैयार हो रहा है। सचिन पायलट ने शुक्रवार को दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की है। पायलट दोपहर बाद जयपुर से दिल्ली पहुंचे और शाम को उनकी राहुल गांधी से उनके आवास पर लंबी मुलाकात हुई। सात दिन में राहुल गांधी के साथ उनकी यह दूसरी मुलाकात है। 17 सितंबर को भी सचिन की राहुल गांधी से लंबी चर्चा हुई थी।
इन मुलाकात को कांग्रेस में बदलाव के हिसाब से काफी अहम माना जा रहा है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में सचिन पायलट ने राजस्थान में सत्ता और संगठन में होने वाले बदलावों के बारे में अपनी मांगें और सुझाव रखे हैं।
बताया जाता है कि राहुल से लंबी बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने पार्टी में बदलाव के सुझाव और अपनी मांगें रखी हैं।
बताया जाता है कि सचिन पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस की सरकार के बाद होने वाले चुनावों में बुरी तरह हार के ट्रेंड को रोकने के लिए अभी से कदम उठाने की सलाह दी है। इस सलाह के अनुसार गड़बड़ियों की शिकायतों वाले, फिसड्डी मंत्रियों को हटाने और संगठन में अच्छे नेताओं को आगे लाने की सलाह शामिल है। आगे आने वाले दिनों में कांग्रेस में बदलावों की शुरुआत में इस सलाह का असर देखने को मिल सकता है।
सचिन पायलट प्रियंका गांधी से लगातार संपर्क में थे। शुक्रवार को पायलट राहुल के साथ प्रियंका गांधी से भी मिले हैं। पायलट को जल्द संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है।
मंत्रिमंडल में फेरबदल की भी संभावना
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटाने के बाद अब राजस्थान में भी बदलावों की सुगबुगाहट तेज हो गई है। सचिन पायलट खेमा पिछले साल बगावत के बाद सुलह के वक्त तय हुए मुद्दों के समाधान की मांग कर रहा है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक अब जल्द राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल और संगठन की बकाया नियुक्तियों की शुरुआत होगी। सचिन पायलट समर्थकों को भी मंत्रिमंडल और संगठन में प्रमुखता से जगह मिलने की संभावना है।