आईफोन का क्रेज भारतीयों के लिए महंगा:आईफोन 13 खरीदने के लिए भारतीयों को 700+ घंटे काम की जरूरत,
स्विट्जरलैंड के लोगों को सिर्फ 34 घंटे, जानिए क्यों?
स्पेशल ऑपरेटिंग सिस्टम (IOS) और यूजर इंटरफेस डिजाइन की वजह से आईफोन (iPhone) दुनिया में कई लोगों का पसंदीदा फोन है। दूसरे ब्रांड की तुलना में एपल के सभी सीरीज महंगे होते हैं। इसलिए भारत सहित कई देशों में आईफोन स्टेटस सिंबल बन गया है। नई सीरीज के आने से पहले ही यूजर्स में इसे सबसे पहले खरीदने की होड़ मच जाती है। फिलहाल आईफोन 13 का क्रेज बड़ों से लेकर बच्चों तक में देखा जा रहा है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि एक रिसर्च के मुताबिक एक भारतीय को इस महंगे शौक को पूरा करने के लिए दूसरे देशों के मुकाबले कई गुना ज्यादा काम करना पड़ेगा।
मनी सुपरमार्केट ने 38 देशों के लोगों को आईफोन 13 खरीदने के लिए कितने घंटे काम करने की जरूरत है, इस पर हाल ही में रिसर्च की। इस रिसर्च के अनुसार आईफोन 13 खरीदने के लिए दूसरे देशों के मुकाबले एक भारतीय को औसतन 724 घंटे काम करने की जरूरत है। जबकि स्विट्जरलैंड के लोगों को सबसे कम औसतन 34.3 घंटे ही काम करने की जरूरत है। हैरानी की बात ये है कि आईफोन का जन्मदाता अमेरिका रिसर्च लिस्ट में टॉप पर न होकर तीसरे नंबर पर है।
आइए जानते हैं कि रिसर्च के अनुसार आईफोन 13 खरीदने के लिए किस देश के लोगों को कितना काम करने की जरूरत है…
इस पैमाने के आधार पर किया गया रिसर्च
दरअसल, कई कारणों की वजह से आईफोन की कीमत हर देश में अलग है। जिसमें उस देश की इम्पोर्ट ड्यूटी, टैक्सेशन नॉर्म्स और करेंसी एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव और प्रति व्यक्ति आय शामिल हैं। मनी सुपरमार्केट ने सभी देश की औसत प्रति व्यक्ति मासिक आय, 8 घंटे प्रतिदिन काम करने के अनुसार ‘आवर वर्ल्ड इन डेटा’ और ‘नुम्बेओ ‘ के आंकड़ों के आधार पर कैलकुलेशन की है।
नुम्बेओ ने अपनी रिसर्च में भारत में प्रति व्यक्ति मासिक आय 449.58 अमेरिकी डॉलर बताई है यानी 33,391 रुपए। जो दूसरे देश के लोगों की तुलना में काफी कम है।
भारतीयों की प्रति व्यक्ति औसत आय काफी कम
रिसर्च में पाया गया कि भारत में प्रति व्यक्ति औसत आय बाकी देशों के मुकाबले काफी कम है। इसलिए दूसरे देशों के लोगों की तुलना में भारतीयों को आईफोन की कीमत ज्यादा देनी पड़ती है। इस वजह से आईफोन 13 खरीदने के लिए भी बाकी देशों के मुकाबले भारतीयों को ज्यादा घंटे काम करना होगा।
रिसर्च के अनुसार भारत ऐसा दूसरा देश है जहां के लोगों को आईफोन खरीदने के लिए ज्यादा देर तक काम करने की जरूरत है। भारतीय औसतन 724 घंटे यानी 90 दिन काम करेंगे तो ही नया आईफोन 13 खरीद सकेंगे। जबकि आईफोन की दूसरे सीरीज जैसे ‘आईफोन 13 प्रो’ या ‘आईफोन 13 प्रो मैक्स’ खरीदने के लिए तो और भी ज्यादा घंटे काम करने की जरूरत है।
फिलीपींस के लोगों को सबसे ज्यादा काम करने की जरूरत
आईफोन खरीदने के लिए भारत से भी ज्यादा फिलीपींस के लोगों को काम करने की जरूरत है। रिसर्च के अनुसार आईफोन 13 की कीमत चुकाने के लिए फिलीपींस के लोगों को जितना पैसा कमाने की जरूरत है, उसके लिए उन्हें औसतन 775 घंटे काम करना होगा। यानी 97 दिन (3 महीने से ज्यादा)।
फिलीपींस में आईफोन पर लगने वाला टैक्स ज्यादा है। अमेरिका की तुलना में फिलीपींस के लोगों को आईफोन पर तकरीबन 17% ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है।
ब्राजील में आईफोन 13 सबसे ज्यादा महंगा
दुनिया में सबसे ज्यादा महंगा आईफोन ब्राजील में बिकता है। ब्राजील के लोगों को आईफोन 13 खरीदने के लिए अमेरिका के लोगों के मुकाबले 65.2% ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। इसका कारण ब्राजील में आईफोन पर लगने वाला टैक्स और वहां की कमजोर करेंसी है। ब्राजील में आईफोन पर फिलीपींस से भी ज्यादा टैक्स देना पड़ता है। इसलिए ब्राजील में आईफोन 13 सबसे ज्यादा महंगा है।
ब्राजील में नौकरीपेशा लोगों को नया आईफोन खरीदने के लिए औसतन 690.5 घंटे काम करने की जरूरत है।
स्विट्जरलैंड के लोगों को सबसे कम काम करने की जरूरत
स्विट्जरलैंड के निवासियों को आईफोन 13 खरीदने के लिए सबसे कम मेहनत करने की जरूरत है, क्योंकि वहां के लोग कम से कम घंटों की मेहनत में भी आईफोन 13 खरीद सकते हैं। एक स्विस नागरिक को आईफोन 13 खरीदने के लिए औसतन सिर्फ 34.3 घंटे काम करना ही पर्याप्त है। इसका सबसे बड़ा कारण यहां के लोगों की सैलरी है। एक अनुमान के मुताबिक यहां के लोगों की औसत वार्षिक सैलरी $79,270 यानी 58,85,282 रुपए है।
रिसर्च के अनुसार स्विट्जरलैंड के नागरिकों की औसत सैलरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा स्विट्जरलैंड उन 10 टॉप देशों में से एक है जहां आईफोन 13 की कीमत दूसरे कारणों की वजह से कम है।