CJI ; आने वाले 3 सालों में कितने CJI बदलेंगे ?
CJI ; आने वाले 3 सालों में कितने CJI बदलेंगे ?संजीव खन्ना, जिन्होंने 11 नवंबर 2024 को भारत के 51वें CJI के रूप में शपथ ली, उनका कार्यकाल 13 मई 2025 तक रहेगा।
CJI भारत के मुख्य न्यायाधीश की भूमिका
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को ‘समानों में प्रथम’ कहा जाता है। CJI सुप्रीम कोर्ट और इसके न्यायाधीशों का नेतृत्व करते हैं और वे ‘रॉस्टर के मास्टर’ होते हैं, यानी वे बेंचों की नियुक्ति और मामलों के आवंटन का कार्य करते हैं। CJI को आमतौर पर वरिष्ठता के आधार पर नियुक्त किया जाता है, और वे सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम का नेतृत्व करते हैं, जो उच्च न्यायालयों और सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश करता है।
CJI की नियुक्तियों पर एक नज़र
वर्तमान CJI, डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़, 10 नवंबर, 2024 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उनके बाद आने वाले अगले कुछ CJI का कार्यकाल अपेक्षाकृत छोटा होगा। इसके बावजूद, भारत के न्यायपालिका में आगामी बदलावों की दिशा महत्वपूर्ण होगी।
1. न्यायमूर्ति संजीव खन्ना
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 11 नवंबर, 2024 को CJI का पद संभालेंगे और उनका कार्यकाल 13 मई, 2025 तक होगा। वे दिल्ली उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में आए थे और अब तक 358 बेंचों का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों पर फैसले दिए हैं, जैसे कि शिल्पा सैलश और जोसेफ शाइन के मामले।
2. न्यायमूर्ति बी.आर. गवाई
न्यायमूर्ति बी.आर. गवाई 14 मई, 2025 से CJI का पद संभालेंगे और उनका कार्यकाल 23 नवंबर, 2025 तक रहेगा। वे बंबई उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में आए थे और उनके द्वारा दिए गए फैसले जैसे कि डिमोनिटाइजेशन मामले में योगदान उल्लेखनीय रहे हैं।
3. न्यायमूर्ति सूर्य कांत
न्यायमूर्ति सूर्य कांत 24 नवंबर, 2025 से CJI बनेंगे और उनका कार्यकाल फरवरी 2027 तक रहेगा। वे पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में आए थे और उनके द्वारा किए गए फैसले जैसे कि ‘वन रैंक, वन पेंशन’ और ‘लाइफ इम्प्रिजनमेंट’ पर दिए गए निर्णय महत्वपूर्ण रहे हैं।
4. न्यायमूर्ति विक्रम नाथ
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ फरवरी 2027 से CJI का पद संभालेंगे और उनका कार्यकाल सितंबर 2027 तक होगा। वे इलाहाबाद उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में आए थे और उन्होंने कई संविधान पीठों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
5. न्यायमूर्ति बी.वी. नागरथना
न्यायमूर्ति बी.वी. नागरथना भारत की पहली महिला CJI के रूप में 24 सितंबर, 2027 को पदभार संभालेंगी। उनका कार्यकाल केवल 36 दिन का होगा, जो 29 अक्टूबर, 2027 तक चलेगा। वे कर्नाटक उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में आई थीं और उनके द्वारा किए गए फैसले जैसे कि वीन्नियार्स को आरक्षण का मामला प्रमुख हैं।
6. न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा
न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा 30 अक्टूबर, 2027 से CJI का पद संभालेंगे और उनका कार्यकाल मई 2028 तक होगा। वे उच्चतम न्यायालय में नए जज के रूप में नियुक्त होने से पहले वकील थे और उनके द्वारा दिए गए फैसले जैसे कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की फ्लोर टेस्ट मामले में महत्वपूर्ण रहे हैं।
7. न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला
न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला 3 मई, 2028 से CJI बनेंगे और उनका कार्यकाल अगस्त 2030 तक रहेगा। वे गुजरात उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में आए थे और उनके द्वारा किए गए फैसले जैसे कि EWS आरक्षण और समान विवाह आयु के मुद्दे पर महत्वपूर्ण रहे हैं।
8. न्यायमूर्ति के.वी. विश्वनाथन
न्यायमूर्ति के.वी. विश्वनाथन अगस्त 2030 में CJI का पद संभालेंगे। उनका कार्यकाल मई 2031 तक रहेगा। वे उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में आए थे और उनके द्वारा किए गए कई प्रमुख मामलों जैसे कि व्हाट्सएप की गोपनीयता नीति और विवाह समानता की याचिका पर फैसले हुए हैं।
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CJI , भारत के आगामी मुख्य न्यायाधीशों के कार्यकाल से यह साफ होता है कि न्यायपालिका में निरंतर बदलाव हो रहे हैं, और न्यायिक फैसलों में उनके अनुभव और विशेषज्ञता का महत्वपूर्ण योगदान होगा। CJI के रूप में आने वाले न्यायाधीश न केवल कानून के क्षेत्र में बल्कि भारतीय समाज की दिशा में भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।