ओलंपिक खेलों में कितने देश लेते हैं हिस्सा? जानें इसका इतिहास और पिछली बार कितने देशों ने लिया था भाग
ओलंपिक खेलों का आयोजन हर चार साल में एक बार होता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा खेल महाकुंभ माना जाता है। इसकी शुरुआत 1896 में ग्रीस के एथेन्स में हुई थी, जब सिर्फ 14 देशों ने इस खेलों में
ओलंपिक खेलों का आयोजन हर चार साल में एक बार होता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा खेल महाकुंभ माना जाता है। इसकी शुरुआत 1896 में ग्रीस के एथेन्स में हुई थी, जब सिर्फ 14 देशों ने इस खेलों में हिस्सा लिया था। हालांकि, समय के साथ यह संख्या बढ़ती चली गई और आज ओलंपिक खेल एक वैश्विक घटना बन चुके हैं।
- इतिहास में ओलंपिक भागीदारी का विकास
1896 में शुरू हुए ओलंपिक खेलों की शुरुआत के समय मुख्यतः यूरोपीय देशों का दबदबा था। लेकिन धीरे-धीरे, दुनिया भर के देशों ने इस खेलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अब अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के पास कुल 206 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों का पंजीकरण है। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि ओलंपिक खेलों में देश नहीं, बल्कि राष्ट्रीय ओलंपिक समितियां भाग लेती हैं।
- 2024 पेरिस ओलंपिक्स
पेरिस ओलंपिक्स 2024 की तैयारी जोरों पर है। इस बार 196 ओलंपिक समितियों के लगभग 10,672 एथलीट खेलों में भाग लेंगे। इनमें से एक विशेष टीम होगी – ओलंपिक रेफ्यूजी टीम, जो उन एथलीटों का प्रतिनिधित्व करती है जिन्हें अपने देश से कोई समर्थन प्राप्त नहीं होता। उदाहरण के लिए, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार द्वारा महिला एथलीटों को मान्यता देने से इनकार किए जाने के बाद, ये एथलीट ओलंपिक रेफ्यूजी टीम का हिस्सा हो सकते हैं।
- 2020 टोक्यो ओलंपिक्स की झलक
2020 टोक्यो ओलंपिक्स, जो COVID-19 महामारी के कारण 2021 में आयोजित किए गए, में करीब 11,000 एथलीटों ने भाग लिया था। इस ओलंपिक में 29 एथलीटों ने ओलंपिक रेफ्यूजी टीम का प्रतिनिधित्व किया, हालांकि उनमें से कोई भी पदक जीतने में सफल नहीं हो सका। संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने इस बार सबसे अधिक 39 स्वर्ण समेत कुल 113 पदक जीते थे। भारत ने 7 पदकों के साथ 48वें पायदान पर समाप्त किया था।
इस प्रकार, ओलंपिक खेल न केवल विश्व स्तर पर खेलों की प्रतिस्पर्धा का मंच प्रदान करते हैं, बल्कि यह एक वैश्विक एकता का प्रतीक भी हैं जहां विभिन्न राष्ट्रीय ओलंपिक समितियां अपने एथलीटों के माध्यम से देश का प्रतिनिधित्व करती हैं।