जानिए 55% वोटिंग से क्यों पक्की दिख रही दीदी की जीत
भवानीपुर के बहाने ममता के इरादे साफ:मोदी-शाह को घेरने के लिए नेशनल प्लान पर काम कर रही TMC,
पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर गुरुवार को वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा चर्चा में भवानीपुर सीट ही रही क्योंकि यहां से CM ममता बनर्जी मैदान में हैं। शाम 5 बजे तक 53.32% वोटिंग हो चुकी थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस वोटिंग परसेंटेज के हिसाब से दीदी की जीत पक्की दिख रही है।
वोटिंग के दौरान BJP उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने आरोप लगाया कि TMC पांच-पांच सौ रुपए में वोटर खरीद रही है। उन्होंने इसकी शिकायत भी की। एक पोलिंग बूथ के बाहर फर्जी वोटर भी पकड़ा गया। पूछताछ होने पर वो भाग गया। इन सबके बीच एक्सपर्ट्स ममता बनर्जी की जीत तय मान रहे हैं। जानिए क्यों…
55% वोटिंग से TMC को फायदा क्यों?
भवानीपुर में आमतौर पर वोटिंग कम ही होती है। 2011 में यहां 63.78%, 2016 में 66.83% और 2021 में 61.36% वोटिंग हुई। इन तीनों ही चुनाव में TMC को जीत मिली। अभी उपचुनाव हुए हैं इसलिए वोटिंग का परसेंट और ज्यादा नीचे आ गया, क्योंकि आम लोगों का वोटिंग में इंटरेस्ट नहीं है। ममता बनर्जी के खिलाफ कोई हैवीवेट कैंडिडेट भी मैदान में नहीं था।
रविंद्र भारती यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और चुनाव विश्लेषक डॉ. विश्वनाथ चक्रवर्ती के मुताबिक ‘वोटिंग के आंकड़ों को देखकर पता चलता है कि TMC का वोटबैंक कम नहीं बल्कि ज्यादा होगा। ममता बनर्जी बड़े अंतर से जीतेंगी क्योंकि BJP के वोटर वोटिंग के लिए निकले ही नहीं। उन्हें किसी तरह का मोटिवेशन भी नहीं है। वहीं सत्तारूढ़ TMC ने फॉल्स वोटिंग भी करवाई। कुछ फर्जी वोटर पकड़े भी गए।‘
उपचुनाव के पहले बंगाल में विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से ममता को हराने वाले शुभेंदु अधिकारी ने भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा था, ‘2019 में इस क्षेत्र में 59% वोटिंग हुई थी। तब TMC और BJP के बीच 3168 वोटों का अंतर था। इस बार के विधानसभा चुनाव में 49% पोलिंग हुई। वोटों का अंतर 28,719 रहा। ये जो पोलिंग में 10% का घाटा हुआ, ये BJP के वोटर हैं।
कुछ अफवाहों के चलते ये वोट डालने नहीं निकले थे। यदि ये वोट पड़ते तो हमें कम से कम 25 हजार वोट और मिलते। इसलिए मैं कह रहा हूं कि 60 से 65 फीसदी वोटिंग होने से BJP के जीतने के पूरे चांस होंगे।‘ हालांकि इतनी वोटिंग हो नहीं सकी।
ममता बनर्जी खुद भी भवानीपुर की ही वोटर हैं। फोटो गुरुवार का है, जब वे वोट डालने गई थीं।
भवानीपुर में दीदी ने नेशनल इश्यू पर क्यों बात की?
भवानीपुर के चुनाव में ममता बनर्जी ने मोदी-शाह को घेरा और नेशनल इश्यू पर बात की। पश्चिम बंगाल के सीनियर जर्नलिस्ट स्निग्धेंदु भट्टाचार्य कहते हैं, TMC, BJP के खिलाफ नेशनल प्लान लॉन्च कर चुकी है। वे हर संभव जगह मोदी-शाह के खिलाफ एक मजबूत टीम तैयार करने की कोशिश में हैं। हाल ही में गोवा के पूर्व CM लुईजिन्हो फलेरियो ममता की पार्टी में शामिल हुए। त्रिपुरा और असम के बाद TMC गोवा में चुनाव में अपने कैंडिडेट्स उतारेगी।
इसी कारण ममता ने भवानीपुर में स्थानीय नहीं बल्कि राष्ट्रीय मुद्दों पर बात की। वे हर मौके को भुनाना चाहती हैं। वे बंगाल के बाहर अपनी बात पहुंचाना चाहती हैं। भवानीपुर की जीत का राष्ट्रीय राजनीति पर कोई असर नहीं होगा, लेकिन इस बहाने उन्होंने खुद को मोदी के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश की है। भट्टाचार्य कहते हैं कि दीदी की जीत का कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन यदि वे हार जाती हैं तो इसका राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा असर देखने को मिलेगा। हालांकि ऐसा होने की संभावना न के बराबर है।