लाडली लक्ष्मी योजना 2.0:CM ने दिया तोहफा; पढ़िए… कब से मिलेगा लाभ और योजना से जुड़ी तमाम जानकारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 14 साल पुरानी लाडली लक्ष्मी योजना का दायरा बढ़ाने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 को लॉन्च करते हुए कहा कि कॉलेज में पढ़ने वाली सभी लाडलियों को 25 हजार रुपए स्कॉलरशिप दी जाएगी। इससे पहले रक्षाबंधन पर 22 अगस्त को मुख्यमंत्री ने इस योजना की हितग्राही छात्राओं को कॉलेज में एडमिशन के समय 20 हजार रुपए देने की घोषणा की थी। आज के भास्कर एक्सप्लेनर में जानते हैं कि योजना का लाभ कब और किसे मिलेगा। इसके अलावा इसके बारे में सब कुछ…
मुख्यमंत्री ने क्या घोषणा की है?
प्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना की हितग्राही बालिकाओं को कॉलेज में एडमिशन लेने पर सरकार 25 हजार रुपए बतौर स्कॉलरशिप देगी। योजना का लाभ MBBS, BE, IIM और IIT जैसे कोर्स करने वाली लड़कियों (लाडली लक्ष्मी) की पूरी फीस अब सरकार भरेगी।
किसे मिलेगा योजना का लाभ और कब से?
मध्यप्रदेश में यह योजना 1 अप्रैल 2007 को शुरू हुई थी। यानी योजना लागू होने वाले साल में पैदा हुई बालिका की उम्र 2021 में 14 साल है। वह 3 साल बाद कॉलेज जाएगी, तब उसे 2024 से नई योजना का लाभ मिलना शुरू होगा।
क्या रक्षाबंधन में 20 हजार रुपए एडमिशन के दौरान देने की घोषणा अलग है?
महिला एवं बाल विकास विभाग के सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के अवसर जो 20 हजार रुपए देने की घोषणा की थी, उसे नियम में शामिल नहीं किया जा सका। अब उस राशि को बढ़ाकर अब 25 हजार किया गया है।
3-4 साल पहले योजना के पीछे सरकार की मंशा क्या है?
विभाग के मुताबिक मुख्यमंत्री की मंशा है कि प्रदेश की बेटियां तालीम पूरी करें। कई लड़कियां आर्थिक कारणों से कॉलेज की पढ़ाई नहीं कर पाती हैं। ऐसे में उनके माता-पिता की प्राथमिकता शादी करना हो जाती है। सरकार उनकी पढ़ाई का बोझ अपने ऊपर लेगी, तो लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त कर मुकाम हासिल कर सकती हैं।
योजना में और क्या नया है?
करियर काउंसलिंग, ट्रेनिंग, कोचिंग, जन्म के समय प्रमाण पत्र, पोषण और टीकाकरण का प्रबंधन किया जाएगा। बेटियों की अधिक संख्या वाले ग्राम पंचायतों को बेटी फ्रेंडली गांव घोषित किया जाएगा। प्राइवेट जॉब, प्रोफेशनल के अलावा उद्योग स्थापित करने वाली छात्राओं के लिए ट्रेनिंग से लेकर लोन तक की जिम्मेदारी सरकारी उठाएगी।
बेटियों के लिए मध्यप्रदेश कौन-कौन सी योजनाएं चल रहीं?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में करीब 40 लाख लाडली लक्ष्मी दर्ज हैं। जिसने कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप में रोक और लैंगिक अनुपात को भी समानता प्रदान की है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश में कन्या विवाह/ निकाह योजना, लाड़ो अभियान, स्वागतम लक्ष्मी योजना, शौर्या दल, उदिता योजना, लालिमा योजना, ऊषा किरण योजना, वन स्टॉप सेंटर, अटल बिहारी बाजपेयी बाल आरोग्य एवं पोषण मिशन, मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना और मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम है।
क्या है लाडली लक्ष्मी योजना
बालिका के नाम से, पंजीकरण के समय से लगातार 5 वर्षों तक रुपए 6-6 हजार मध्यप्रदेश लाड़ली लक्ष्मी योजना निधि में जमा किए जाते हैं। बालिका के कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर 2 हजार कक्षा 9 वीं में प्रवेश लेने पर 4 हजार, कक्षा 11वीं में प्रवेश लेने पर 6 हजार और 12वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर 6 हजार रुपए ई-पेमेंट के माध्यम से किया जाता है। अंतिम भुगतान 1 लाख बालिका की आयु 21 वर्ष होने पर और कक्षा 12वीं परीक्षा में सम्मिलित होने पर भुगतान की जाएगी। बशर्ते, बालिका का विवाह 18 वर्ष की उम्र पूरी करने के पहले न हुआ हो। बता दें कि अब तक मध्य प्रदेश भर की 39 लाख 81 हजार बालिकाएं लाड़ली लक्ष्मी योजना में पंजीकृत हो होकर लाभान्वित हो रही हैं।